दिल्ली में इस साल डेंगू और चिकनगुनिया ने काफी पहले ही दस्तक दे दिया है, जिसके चलते एमसीडी ने भी इसकी रोकथाम की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं. साउथ एमसीडी कमिश्नर पीके गोयल ने डेंगू और चिकनगुनिया
की रोकथाम के लिए एडवाइज़री जारी की है, जिसके तहत साउथ दिल्ली में मच्छरों के प्रजनन और उनकी जनसंख्या को बढ़ने से रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे.
कमिश्नर के मुताबिक पिछले साल दिल्ली में
चिकनगुनिया के मामले बहुत ज़्यादा बढ़ गए थे, जिसकी बड़ी वजह थी दफ्तरों और शिक्षण संस्थानों में लगे कूलर और गमलों में जमा पानी. इस साल ऐसा न हो इसके लिए साउथ एमसीडी कमिश्नर ने अभी से सभी सरकारी दफ्तरों और शिक्षण संस्थाओं को कहा है कि वे इमारतों के ऊपर रखी पानी की टंकियों, कूलरों या अन्य खाली पड़ी चीज़ों को ढंक कर रखें.
इसके साथ ही कहा गया है कि कूलर में पानी जमा न होने दें और हफ्ते में कम से कम एक बार उसे पूरी तरह से सुखा कर ही पानी डालें. अगर ऐसा भी न करें, तो कम से कम जिन जगहों पर पानी जमा है, वहां एक चम्मच पेट्रोल जरूर डाल दें, ताकि उनमें मच्छर न पनप पाएं.
NCDC कूलर से रोकें डेंगू-चिकनगुनिया
साउथ एमसीडी कमिश्नर पीके गोयल ने कहा है कि हो सके तो लोग आम कूलर की जगह नेशनल सेंटर फॉर डिसीज़ (NCDC) के डिजाइन किए हुए कूलर को इस्तेमाल करें. इन कूलरों की यह खासियत होती है कि इनमें मच्छर
नहीं पनप पाते हैं.
500 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान
साउथ एमसीडी ने साफ किया है कि अगर मामले को लेकर लोग जागरुक रहें, तो काफी हद तक डेंगू और चिकनगुनिया रोकने में कामयाबी हासिल की जा सकेगी.