भारत दौरे पर आईं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया दिल्ली के हैप्पीनेस स्कूल पहुंची हैं. मेलानिया दिल्ली के नानकपुरा में स्थित सर्वोदय विद्यालय में पहुंची हैं. यहां पर बच्चियों ने मेलानिया को तिलक लगाया और आरती उतारकर उनका स्वागत किया.
इस कार्यक्रम में मेलानिया अकेले पहुंची हैं. मेलानिया इस सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ वक्त बिता रही हैं और इस बात का अनुभव कर रही हैं कि केजरीवाल सरकार का ये हैप्पीनेस बच्चों को कैसे टेंशन फ्री रखता है और पढ़ाई को बेहद रोचक अंदाज में उनके सामने प्रस्तुत करता है.
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मेलानिया के दौरे को देखते हुए इस स्कूल को सुंदर ढंग से सजाया गया है. क्लासरूम में वेलकम फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप लिखा गया है. इसके अलावा चाइल्ड कॉर्नर सजाया गया है. मेलानिया ने यहां बच्चों से बात की. इस दौरान क्लासरूम में मौजूद शिक्षकों ने उनकी मदद की.
Delhi: First Lady of the US, Melania Trump meets and interacts with students at Sarvodaya Co-Ed Senior Secondary School. pic.twitter.com/OGKPgr70IL
— ANI (@ANI) February 25, 2020
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने अपने स्कूलों में हैप्पीनेस पाठ्यक्रम लागू किया है. इसके तहत नर्सरी से आठवीं तक के बच्चों को रोजाना पहले पीरियड में यानी कि लगभग 40 मिनट में हैप्पीनेस पर ध्यान दिया जाता है. हैप्पीनेस क्लास में बच्चों से योग और ध्यान करवाया जाता है. उन्हें ज्ञानवर्धक, मनोरंजक और नैतिकता संबंधित कहानियां सुनाई जाती हैं.
Delhi: First Lady of the US, Melania Trump at Sarvodaya Co-Ed Senior Secondary School. https://t.co/2tiabmFrSg pic.twitter.com/7g6O9RRWPb
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हैप्पीनेस क्लास का उद्देश्य नर्सरी से कक्षा 8 तक के बच्चों को भावनात्मक रूप से मजबूत करना है. इस क्लास में बच्चों के संपूर्ण व्यक्त्तिव विकास पर जोर दिया जाता है. इसके लिए उन्हें मेडिटेशन, योग सिखाया जाता है. हैप्पीनेस करिकुलम कोर्स में बच्चों को कहानियों के जरिए अच्छी बातें सिखाई जाती हैं. उनके नैतिक शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है.
Delhi: Students at Sarvodaya Co-Ed Senior Secondary School in Nanakpura which the First Lady of the US, Melania Trump is visiting today. pic.twitter.com/0TozjRJGQq
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस क्लास के जरिए बच्चों में गुस्सा, ईर्ष्या और नफरत जैसी नकारात्मक भावनाओं को कम करना है और मित्रता, परोपकार जैसी भावनाएं बच्चों में विकसित करना है.