बदलते समय के साथ व्यापारियों का हिसाब-किताब रखने का तरीका भी बदल गया है. अब वे अपने बही खाते और अन्य कारोबारी गतिविधियों का लेखाजोखा आई-पैड, लैपटॉप, कंप्यूटर तथा मोबाइल फोन के जरिये रखते हैं. ऐसे में देशभर में बड़ी संख्या में व्यापारी दिवाली पूजा पर भगवान गणेश तथा मां लक्ष्मी के साथ अपने इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की भी पूजा करेंगे.
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, ‘व्यापारी अब परम्परागत बही खाते के साथ लैपटाप का भी तिलक करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मल्टीब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) व्यापारियों के लिए एक बड़ा संकट है. ऐसे में हम लक्ष्मी-गणेश के साथ साथ संकटमोचन हनुमानजी की भी पूजा करेंगे.’ उन्होंने बताया कि कैट दिल्ली में अपने मुख्यालय पर विशेष दिवाली पूजा का आयोजन करेगा, जहां व्यापारियों को व्यापार की बदली परिस्थिति के बारे में भी जागरुक किया जाएगा.
किराना मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश अग्रवाल कहते है कि पिछले साल पान मसाले की फैक्ट्रियां चल रही थी इसलिए किराना बाजार बहुत गुलजार था. लेकिन इस बार एकाध फैक्ट्रियां ही चल रही हैं और वह भी केवल सादा पान मसाला बना रही हैं. इसलिए किराना मार्केट में लगभग सन्नाटा सा छाया रहा. उन्होंने बताया कि जहां तक मेवे का सवाल है वह भी इस बार लोगों ने कम खरीदा. हालांकि, इस बार भाव ज्यादा नहीं बढ़े हैं लेकिन शायद लोगों की जेबों पर महंगाई का असर हुआ है.
इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के प्रदेश के प्रमुख वितरक रोहित कोहली कहते हैं कि इस बार इलेक्ट्रॉनिक सामानों के खरीद के प्रति लोगों में अधिक उत्साह नहीं देखा गया, जबकि इस बार सभी प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों ने लोगों को ईएमआई पर सामान देने की आकर्षक स्कीमें भी उपलब्ध कराई थीं और बडे़ उत्पाद की खरीद पर उपहार का ऑफर भी रखा था.
शहर के मशहूर ‘ठग्गू के लड्डू’ के मालिक प्रकाश पांडे ने बताया, ‘हमारे पास तो इतने ऑर्डर हैं कि हम पूरा नहीं कर रहे है. हमारे लड्डू असली खोये और मेवे के बनते हैं और पिछले 50 साल से ज्यादा समय से लोगों का भरोसा है. इसलिए लोग हमारे यहां खिंचे चले आते हैं.’