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दिल्ली मेट्रो ने दिखाई अपनी तैयारी, बदल जाएगा सफर, पढ़िए आजतक के रिपोर्टर की आंखोदेखी

सामान और लोगों की फ्रिस्किंग के वक्त भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल है. सुरक्षाकर्मी हैंड स्कैनर को डंडे की मदद से पकड़ेंगे और फिर शरीर की जांच करेंगे.

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मेट्रो स्टेशन पर चेकिंग (फोटो- पीटीआई)
मेट्रो स्टेशन पर चेकिंग (फोटो- पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 7 सितंबर से चलेगी दिल्ली में मेट्रो
  • सोशल डिस्टेंसिंग का रखना होगा ध्यान
  • चरणबद्ध तरीके से शुरू होगी मेट्रो

दिल्ली मेट्रो की सेवाएं 7 सितंबर से चरणबद्ध तरीके से शुरू होंगी. उससे ठीक पहले दिल्ली मेट्रो ने अपनी तैयारी की नुमाइश की. दिल्ली मेट्रो ने मीडिया के सामने हर वो तैयारी दिखाई जिसके तहत मेट्रो यात्रा सुरक्षित होगी. आजतक के कुमार कुणाल पांच महीने बाद खुले राजीव चौक मेट्रो स्टेशन में गए, ये देखने कि आखिर क्या की गई हैं व्यवस्थाएं. हर कदम पर अलग हट कर तैयारी दिखी, एंट्री गेट से लेकर मेट्रो ट्रेन में चढ़ने तक क्या कुछ रखना होगा ध्यान ये सब मेट्रो प्रशासन ने दिखाया.

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जैसे ही हम राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 7 से दाखिल होने मेट्रो स्टेशन पहुंचे, हम सामने सीआईएसएफ के सुरक्षा गार्ड से मिले, जिन्होंने मास्क के साथ फेस शील्ड पहन रखा था. साथ ही एंट्री और एग्जिट के लिए दो अलग-अलग स्वचालित सीढ़ियां तय थीं. बाहर ही बैनर लगा था जिसमें ये जानकारी दी गई थी कि यात्रियों को क्या करना है और क्या नहीं, यानी मेट्रो यात्रा के दौरान Dos और Don’ts साफ तौर पर बताए गए.

सीढ़ियों से उतरते ही जैसे ही मेट्रो स्टेशन की ओर हम बढ़े तो सामने ही एक सुरक्षा गार्ड माइक लेकर ये बताता दिखा कि आपको कौन सी सावधानियां बरतनी हैं. फिर एक मशीन आई, वो नायाब मशीन एक साथ दो काम करती है. उसके सामने हाथ ले जाएंगे तो आपका बॉडी तापमान लेगी और जैसे ही मशीन के नीचे हाथ लगाएंगे तो वही मशीन सैनेटाइजर भी देगी. आगे बढ़ते ही जो लाइन दिखी, वहीं जमीन पर लाल पट्टियां लगा दी गई हैं, जो 6 फीट की दूरी पर हैं यानि एंट्री के वक्त भी दूरी का पूरा ध्यान होगा. सुरक्षा जांच से पहले ही हमारे बैग को सैनिटाइज मशीन से पूरी तरह सैनिटाइज किया गया.

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सोशल डिस्टेंसिंग

सामान और लोगों की फ्रिस्किंग के वक्त भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल है. अब सुरक्षाकर्मी हैंड स्कैनर को डंडे की मदद से पकड़ेंगे और फिर शरीर की जांच करेंगे. आगे बढ़ते ही टिकट खिड़की पर अब टिकट नहीं मिला, सिर्फ स्मार्ट कार्ड या तो रिचार्ज हो रहे हैं या नए कार्ड खरीदे जा सकते हैं. टिकट वेंडिंग मशीन और कार्ड दिखाकर खुलने वाले गेट भी हर बार सैनिटाइजर से साफ किए जा रहे हैं.

सैनिटाइजिंग की व्यवस्था

मेट्रो के इंतजार करते वक्त प्लेटफॉर्म पर भी सोशल डिस्टेंसिंग बरतनी होगा. प्लेटफॉर्म पर भी सारी जगहों पर लगातार सैनिटाइजिंग की व्यवस्था की गई है. प्लेटफॉर्म पर स्टीकर चिपके दिखे. मेट्रो ट्रेन खड़ी थी. जब हम अंदर दाखिल हुए तो एक सीट छोड़कर दूसरी सीट पर स्टीकर चिपका मिला यानी आप उस सीट पर नहीं बैठ सकते. मेट्रो के फ्लोर पर पोछा लग रहा था. वहीं एक कर्मचारी लगातार सीट और हैंड रेलिंग को सैनिटाइजिंग मशीन और कपड़े से लगातार साफ करता दिखाई पड़ा.

मीडिया विजिट के दौरान व्यवस्था तो चाक चौबंद दिखी लेकिन चुनौती तब होगी जब लाखों लोग इकट्ठे सफर के लिए आएंगे. यानी रिपोर्टरों के सामने दिखी तैयारी को सुरक्षित यात्रा के लिए दिल्ली मेट्रो को आम यात्रियों के लिए भी लागू करना होगा.

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