दिल्ली मेट्रो में दिन-रात काम करने वाले कर्मचारियों ने गुरुवार को जंतर-मंतर पर मेट्रो प्रशासन का पुतला जलाकर अपना विरोध जताया.
इनका कहना था की पिछले कई सालो से इनकी कंपनी को वंहा देख रेख और साफ सफाई और टोकन देने का ठेका मिला हुआ था, लेकिन अब वो ठेका खत्म हो गया है, जिसे मेट्रो ने किसी और नई कंपनी को दे दिया है.
अब यह लोग बेरोजगार हो गए है,इन कर्मचारियों की संख्या 500 के करीब है. इन लोगों ने श्रम मंत्री से अपील की है कि वो इस मामले में इनका साथ दे और इन्हें वापिस का काम पर रख लिया जाए.