पटना-इंदौर हादसे के बाद रेलवे और रेल मंत्रालय दोनों लगातार चौकसी बरत रहे है, इसी कड़ी में रेलराज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने दिल्ली-बरेली रेल सेक्शन पर विंडो निरीक्षण किया, इस
दौरान मनोज सिन्हा ने रेलवे सेफ्टी के महत्व पर जोर दिया और मौजूदा अधिकारियों से सुरक्षा के लिए उठाये जा रहे कदमों का ब्यौरा मांगा.
उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि सेफ्टी सबसे ऊपर है और इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. रेलराज्य मंत्री के साथ उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ए.के. पुठिया निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे.
कोहरे से निपटने के लिए रहे तैयार
इस दौरान मनोज सिन्हा ने सुरक्षा से जुड़ी तमाम परेशानियों को समझने की कोशिश की व सभी से नई तकनीक को अपनाने की नसीहत दी. वहीं सभी से आने वाले दिनों में कोहरे से होने वाली परेशानी के लिए कमर कसने के आदेश दिए. उन्होंने कहा की हर साल ठंड का सीजन होता है और हर साल इसके लिए तैयारियां की जाती हैं. लेकिन कोहरे की समस्या से कैसे पार पाया जाए इसके लिए जरूरी इंतजाम किए जाने की आवश्यकता है.
गौरतलब है कि उत्तर रेलवे में इलैक्ट्रानिक द्वारा रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम, ट्रैक रिन्यूवल, लेवल क्रॉसिंग की जगह सीमित ऊँचाई के सब-वे की व्यवस्था की जा रही है. उपयुक्त सड़क सेफ्टी कार्य जैसे आर.ओ.बी./आर.यू.बी. तथा कई जगहों पर सिग्नल तथा परिचालन सिस्टम में विकसित तकनीकी का उपयोग करके सिक्योरिटी बढ़ाई जा रही है.