भले ही दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी महिलाओं के प्रति अपराधों में तुरंत FIR दर्ज करके कार्रवाई करने का दावा करते हों, लेकिन हकीकत इससे कहीं परे है. ऐसा ही एक मामला ज्योति नगर में सामने आया है.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर इलाके में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप की घटना सामने आई है. रेप का आरोप मकान मालिक के बेटे पर है. आरोप है कि मकान मालिक के बेटे ने रसगुल्ले में नशीला पदार्थ खिलाकर नाबालिग से रेप किया और फिर पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी. पुलिस ने 10 दिन बाद मामला दर्ज किया, आरोपी फिलहाल फरार है.
नाबालिग से रेप की यह घटना 24 जून की है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के इस मामले में संज्ञान लेने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है, लेकिन इस बीच आरोपी फरार हो गया है. मामला दर्ज करने से पहले पुलिस ने जीटीबी अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया. पुलिस पर भी आरोप है कि घटना के बाद से ही पुलिस पीड़िता पर समझौते के लिए दबाव बना रही थी.
15 साल की लड़की सलमा (बदला हुआ नाम) मेरठ की रहने वाली है और यहां एम्स में अपनी मौसी का इलाज कराने आयी है. सलमा के माता-पिता की मौत के बाद उसकी मॉसी ही उसे पाल रही है. सलमा की मौसी को रोज अस्पताल जाना पड़ता है, इसी वजह से उसने अपने एक जानकार के जरिए पूर्वी गोकुलपुरी की अमर कॉलोनी में किशोरीलाल नामक शख्स के घर में एक कमरा किराये पर लिया है. आरोप है कि 24 जून की रात को मकान मालिक के 32 वर्षीय बेटे राकेश ने सलमा और उसकी मौसी को रसगुल्ले दिए.
रसगुल्ले खाने के बाद दोनों को नींद आने लगी और इस बीच राकेश ने उनके ही कमरे में सलमा के साथ रेप किया. लेकिन वारदात के दौरान ही सलमा की आंख खुल गई और उसने शोर मचाना शुरू कर दिया, शोर शुनकर उसकी मौसी भी जाग गई. पुलिस से इस मामले में शिकायत करने पर राकेश के छोटे भाई सोनू ने पिस्टल दिखाकर जुबान बंद रखने के लिए कहा. लेकिन सलमा की मौसी ने हिम्मत नहीं हारी और वो ज्योति नगर थाने पहुंच गई.
पुलिस ने शिकायत दर्ज करने की जगह उन पर समझौते के लिए दबाव बनाया. लगातार थाने के चक्कर काटने के बाद किसी तरह बात वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची. वरिष्ठ अधिकारियों के दखल देने पर शुक्रवार 4 जुलाई को मामला दर्ज हुआ. उधर आरोपी की भाभी का कहना है कि उनका देवर शादीशुदा है और उसे झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है. पुलिस मामला दर्ज करने के बाद राकेश और सोनू की तलाश में जुट गई है. इलाके के डीसीपी आर.ए. संजीव मामला देर से दर्ज होने पर जांच कराने की बात कर रहे हैं.