असम-मिजोरम बॉर्डर विवाद के बीच असम पुलिस मिजोरम के राज्यसभा सांसद के वनलीलावेना की तलाश में दिल्ली आई हुई है. सांसद के वनलीलावेना पर असम-मिजोरम बॉर्डर पर फायरिंग के बाद विवादास्पद और भड़काऊ बयान देने का आरोप है.
असम पुलिस की चार सदस्यीय टीम दिल्ली आई हुई है. असम पुलिस सीआरपीसी की धारा-41 A के तहत पूछताछ के लिए सांसद के वनलीलावेना को नोटिस देगी. इस मामले में असम पुलिस दिल्ली की भी मदद ले रही है.
नोटिस लेने से रेजिडेंट कमिश्नर का इनकार
असम पुलिस ने कहा कि हमारी दिल्ली पुलिस से मुलाकात हुई है. हम सांसद को खोजने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें अपने अधिकारिक पते पर नहीं पा रहे हैं. मिजोरम पुलिस सांसद के आवास पर भी पहुंची लेकिन सांसद वनलीलावेना वहां नहीं मिले. डीजीपी असम ने आजतक से कहा कि हमारी टीम मिजोरम हाउस में है, वहां के रेजिडेंट कमिश्नर नोटिस लेने से इनकार कर रहे हैं. लेकिन हमने नोटिस चिपका दिया है.
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सचिवालय से अनुमति की जरूरत नहीं
असम पुलिस ने मिजोरम के सांसद को धारा 41-A के तहत नोटिस दिया है ताकि वह असम के धोलाई पुलिस स्टेशन में अधिकारियों के सामने पेश हो सके और अपने बयान पर स्पष्टीकरण दें. असम पुलिस का कहना है कि इस मामले में हमें सचिवालय से परमिशन की जरूरत नहीं थी क्योंकि हम उन्हें गिरफ्तार करने नहीं आए थे. हमने उन्हें सिर्फ नोटिस दिया है.
सांसद पर क्या आरोप है?
सांसद के वनलीलावेना पर संसद के बाहर भड़काऊ बयान देने का आरोप है. उन्होंने कहा था कि हिंसा असम की ओर से शुरू की गई थी. इसके अलावा उन्होंने असम पुलिस के जवानों को लेकर भड़काने वाला बयान दिया था. वैसे सांसद ने भड़काऊ बयान दिया था, लेकिन असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा की तरफ से लगातार मिजोरम सरकार पर ही सवाल खड़े किए जा रहे हैं. उन्हें हिंसक संघर्ष में साजिश की बू आ रही है. अब इस सब पर मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा है कि असम पुलिस ने पहले गोली चलाई थी. हमने नहीं चलाई थी. हमारी हिमंता और शाह से कोई बातचीत नहीं हुई. हमे शांति से समाधान चाहिए. इस पर असम सीएम ने भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर दोबारा तमाम मुख्यमंत्रियों संग बैठक की जा सकती है.
असम सरकार की कार्रवाई
अब बैठक कब होगी ये नहीं बताया गया है, लेकिन असम सरकार की तरफ से अपने स्तर पर कार्रवाई जरूर शुरू कर दी गई है. राज्य सरकार की तरफ से मिजोरम के 6 अधिकारियों को समन भेज दिया गया है. 2 अगस्त को ढोलाई पुलिस स्टेशन में पेश होकर जांच में शामिल होने के आदेश भी दे दिए गए हैं. बताया गया है कि ये समन मिजोरम पुलिस के डिप्टी कमिश्नर और एसपी रैंक के अधिकारियों को भेजा गया है.
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