पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को एक बार फिर खारिज किया है. पूर्व विदेश राज्यमंत्री अकबर ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एक महिला पत्रकार के खिलाफ मानहानि के मुकदमे की सुनवाई के दौरान कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप झूठे हैं. मामले की अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी.
उन्होंने शनिवार को अतिरिक्त महानगर दंडाधिकारी समर विशाल से कहा कि महिला पत्रकार ने मेरे बारे में ट्वीट और लेखों के माध्यम से काफी कुछ कहा है. इन सबको सच कहना भी गलत है. जिरह के दौरान पत्रकार से राजनेता बने अकबर ने कहा कि मैं न तो महिला पत्रकार को निशाना बनाना चाहता था और न ही उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराना चाहता था.
सात गवाहों ने दी गवाही
अकबर द्वारा किए गए मानहानि के मुकदमे में अकबर की ओर से सात गवाहों ने गवाही दी. गौरतलब है कि अकबर बार-बार यौन उत्पीड़न के आरोपों को नकारते रहे हैं.
आरोपों से घिरने पर मोदी मंत्रिमंडल से देना पड़ा था इस्तीफा
अकबर को यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरने के कारण मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था. अकबर के साथ काम कर चुकी एक महिला पत्रकार ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके बाद कई महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. मंत्रीपद से इस्तीफा देने के बाद अकबर ने आरोप लगानेवाली महिला के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया था. जिसपर जिरह चल रही है.