आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताते हुए, चुनावी वादों से मुकरने का आरोप लगाया है. 'आप' नेताओं का कहना है कि हाल ही में कृषि मंत्री की तरफ से दिया गया बयान किसानों के साथ धोखा है, जिसमें मोदी सरकार ने फसल की लागत का 50 फ़ीसदी लाभ देने का वादा तो किया लेकिन अब मुकर रही है.
आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान ने आरोप लगाते हुए कहा, 'मोदी सरकार में कृषि मंत्री ने राधा मोहन सिंह ने ऐलानिया बयान दिया है कि मोदी सरकार अब किसानों से किए चुनावी वादे के मुताबिक उनकी लागत का 50 फ़ीसदी लाभ देने में असमर्थ है, क्योंकि ऐसा करने से ओपन मार्केट में बड़ी दिक्कत पैदा हो जाएगी. मोदी के मंत्री के इस बयान का मतलब है कि देश का किसान अब मोदी सरकार से कोई उम्मीद ना रखे, क्योंकि मोदी सरकार को ओपन मार्केट की कंपनियों को होने वाले मुनाफ़े की ज्यादा चिंता है. देश का किसान अगर कर्ज़ के बोझ से आत्महत्या कर रहा है, तो उससे मोदी सरकार को कोई फ़र्क नहीं पड़ता, क्योंकि इस सरकार को देश के किसान की चिंता नहीं है.'
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के घोषणा पत्र को लहराते हुए मोदी सरकार पर सवाल भी खड़े किए. आशीष खेतान ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में यह कहा था कि वो किसानों की स्थिति सुधारने की दिशा में काम करेंगे और किसानों को उनकी लागत का 50 फ़ीसदी मुनाफ़ा सुनिश्चित करवाया जाएगा. लेकिन, इस वक्त देश का किसान कर्ज़ ना चुकाने और उसकी फ़सल का सही मूल्य ना मिलने से परेशान है और काफ़ी बड़ी संख्या में आत्महत्या कर रहा है. ऐसी विकट स्थिति में मोदी सरकार ने देश के किसानों को भूखो मरने के लिए छोड़ दिया है.'
हालांकि, आम आदमी पार्टी की किसानों के लिए चिंता राजनीतिक जरूर नज़र आती है. आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि वो पंजाब के किसानों को मोदी सरकार इस फैसले के बारे में बताएगी. पंजाब के साथ-साथ आम आदमी पार् टी पूरे देश में किसानों के अधिकारों को लेकर बड़े पैमाने पर एक अभियान चलाएगी. आशीष खेतान ने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों की लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ेगी और देश की मोदी सरकार पर लगातार यह दबाव बनाएगी कि या तो वो किसानों को किए अपने चुनावी वादे को पूरा करे और अगर नहीं कर सकती तो प्रधानमंत्री हाथ जोड़कर देश के किसान से माफ़ी मांगें.