मानसून की झमाझम बारिश देश के तमाम हिस्सों में जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत के ज्यादातर इलाकों में काले बादलों का जमावड़ा 15 तारीख से बढ़ना शुरू हो जाएगा. दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के एक बड़े हिस्से में जुलाई के मध्य में रिमझिम फुहारें बढ़ जाएंगी. चाहे यूपी हो या बिहार हर जगह मानसूनी बारिश एक बार फिर से तेजी पकड़ेगी.
मौसम वैज्ञानिक रवींद्र विशन ने बताया, 15 तारीख के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के तमाम इलाकों में बारिश बढ़ने की संभावना है. यूपी के तमाम इलाकों में अच्छी बारिश होगी और हिमाचल व उत्तराखंड में 16, 17 और 18 तारीख को अच्छी बारिश की संभावना बन रही है. खास बात ये है कि 16 जुलाई से हिमाचल और उत्तराखंड के तमाम इलाकों में तेज बारिश की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक ये बारिश 18 जुलाई तक जारी रहेगी. अभी तक के अनुमानों के मुताबिक हर दिन 6 से 7 सेमी. तक की बारिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन पहाड़ों में होने जा रही ये बारिश 16 और 17 जून की तरह बहुत भारी बारिश नहीं होगी.
रवींद्र विशन का कहना है कि हिमाचल और उत्तराखंड में 7 सेमी. तक बारिश संभव है लेकिन वो उतनी भारी बारिश नहीं होगी जैसी 16 और 17 जून को उत्तराखंड में हुई थी.
मौसम के जानकारों का मानना है कि इस बार मानसून की बारिश देश के ज्यादातर हिस्सों में हुई है और ये सामान्य से तकरीबन 20 फीसदी ज्यादा दर्ज की गई है. इस समय मानसून का एक्सिस राजस्थान के बीकानेर और अजमेर से होता हुआ मध्यप्रदेश के बीच से रांची से होकर बंगाल की खाड़ी में पहुंच रहा है.
मानसून के एक्सिस पर मध्यप्रदेश में कम दबाब का क्षेत्र बना हुआ है. कम दबाब का ये क्षेत्र 14 तारीख तक खत्म हो जाएगा. इसी के साथ मानसून का एक्सिस उत्तर भारत में हिमालय की तलहटी की तरफ चल देगा. इस वजह से गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बारिश 14 तारीख के बाद कम होनी शुरू हो जाएगी और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में झमाझम बारिश का सिलसिला 15 तारीख से शुरू हो जाएगा. जैसे ही मानसून का एक्सिस हिमालय की तलहटी में पहुंचेगा वैसे ही हिमाचल और उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा.