बुधवार की दोपहर दो बजे दिल्ली में सीबीआई मुख्यालय के बाहर जेएनयू के गायब छात्र नजीब अहमद के परिजन और जेएनयू के कुछ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. नजीब की मां ने कहा कि उनके बेटे को जल्द ढूंढ़ो. इस दौरान इन लोगों ने सीबीआई मुख्यालय का मुख्य रास्ता भी बंद कर दिया था. दरसअल, बीते साल 15 अक्टूबर से गायब नजीब का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है.
मंगलवार को इस मामले में हाइकोर्ट ने सीबीआई को तब कड़ी फटकार लगाई, जब सीबीआई ने पुरानी स्टेट्स रिपोर्ट सौंप दी. नजीब अहमद की सूचना देने वाले को 10 लाख का इनाम भी देने की घोषणा की जा चुकी है, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है. सीबीआई से जांच कराने की मांग खुद नजीब की मां फातिमा नफीसा ने की थी, लेकिन उनका कहना है कि सीबीआई ने केस में कोई जांच की ही नहीं.
सीबीआई से पहले नजीब के गुमशुदगी की जांच साउथ दिल्ली पुलिस कर रही थी. पुलिस ने अदालत में कहा था कि अदालत इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपती है, तो उसे कोई आपत्ति नहीं होगी. अदालत ने मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश देते हुए यह भी स्पष्ट किया था कि जांच की अगुवाई करने वाला अधिकारी डीआईजी रैंक से कम का नहीं होगा.
दिल्ली पुलिस ने अदालत में अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि उसने मामले की उचित तरीके से जांच की. नजीब को देशभर में तलाशा गया, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया.
जेएनयू में एमएससी प्रथम वर्ष का छात्र नजीब अहमद 14-15 अक्टूबर 2016 की रात से ही जेएनयू छात्रावास से लापता हैं. गुशुदगी से पहले उसका अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ सदस्यों से झगड़ा हुआ था. एबीवीपी ने हालांकि इस मामले में अपनी किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है.