दिल्ली हाईकोर्ट ने मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में आग की घटना का स्वत: संज्ञान लिया है. HC ने इस मामले में दिल्ली फायर सर्विसेज, दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस और एमसीडी को नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने ऐसी ही व्यवसायिक और जनकार्य वाली अन्य सरकारी और निजी इमारतों के फायर ऑडिट करने का भी निर्देश दिया है.
बता दें कि एक दिन पहले गुरुवार को दिल्ली के मुखर्जी नगर की ज्ञान बिल्डिंग में आग लग गई थी. इस बिल्डिंग में कई कोचिंग सेंटर चलते हैं. हादसे के समय 300 छात्र मौजूद थे. बिल्डिंग से धुआं उठते देख अफरा-तफरी मच गई. जान बचाने के लिए तीसरी और पांचवी मंजिल पर मौजूद छात्र गर्म पाइप और रस्सी पकड़कर किसी तरह नीचे उतरे. हादसे में 61 छात्रों को चोट आई, जिनमें से 2 गंभीर हैं. पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
3 जुलाई को मामले में सुनवाई
अब इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने फायर सर्विस अथॉरिटीज को यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि ऐसी इमारतों के पास फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट हैं भी या नहीं. अथॉरिटीज को जवाब देने के लिए कोर्ट ने दो हफ्तों की मोहलत दी है. अब 3 जुलाई को चीफ जस्टिस की अगुआई वाली बेंच इस मामले पर विचार करेगी.
दरअसल, जांच के दौरान पता चला था कि उस इमारत समेत कई बिल्डिंग अग्नि शमन सुरक्षा की दृष्टि से अवैध और खतरे की जद में हैं. अब इस अग्निकांड के बाद कोर्ट की सख्ती से ऐसी इमारतों में चल रहे सरकारी और निजी दफ्तरों के साथ साथ प्रशासन में भी हड़कंप मचा है.
पुलिस ने शिकायत में क्या कहा...
पुलिस में दर्ज केस के मुताबिक, दोपहर के समय मुखर्जी नगर के भंडारी हाउस, बत्रा कॉम्प्लेक्स, में आग लगने की सूचना मिली. 10 फायर टेंडर और 16 कैट एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं. 61 छात्रों को इलाज के लिए 3 अस्पतालों में भर्ती कराया गया. शुरुआती जांच में पता चला कि बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर लगे बिजली के मीटर में आग लगने के कारण हादसा हुआ. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आग करीब 11.45-11.50 बजे लगी थी.
'धुआं उठा और चीख-पुकार मच गई...' मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में फंसे छात्रों की आंखों देखी
चश्मदीद ने सुनाया आंखों-देखा वाकया
घटना के चश्मदीद और यूपीएससी की तैयारी कर रहे हेमंत सिंह ने बताया, 'उस समय करीब 12 बज रहे थे. क्लास रोज ही की तरह तीसरे माले पर चल रही थी. क्लास शुरू होने के 20-25 मिनट ही हुए थे कि अचानक बिजली चली गई. लोगों की नजर खिड़की से उठ रहे काले धुएं पर पड़ी. भागो-भागो का शोर होने लगा. सब छत पर चले गए. मेरी धड़कनें बहुत तेज हो रही थीं. लग रहा था कि कैसे भी जान बच जाए.
बिल्डिंग की छत पर चले गए थे छात्र
हेमंत ने आगे बताया कि धुएं की वजह से घुटन हो सकती थी. इसलिए उन्होंने तत्परता दिखाते हुए साथी छात्रों के साथ मिलकर खिड़की को तोड़ दिया. धुएं से घुटन न हो इसलिए थोड़ी ही देर बाद स्टाफ की मदद से कमरे के AC को भी हटा दिया गया. इसके बाद मैनेजमेंट की मदद से सभी बच्चों को बिल्डिंग की छत पर ले जाया गया. हेमंत ने बताया कि आग नीचे सीढ़ी पर लगी थी इसलिए कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ.
कोचिंग की बिल्डिंग में 300 छात्र थे मौजूद, आग लगी तो रस्सी पकड़ लटके, ऊपर से कूदे... भयावह था मंजर