दिल्ली में भूकंप आया तो सरकार की तैयारी की एक बानगी यह है कि जिस जगह आपदा प्रबंधन केंद्र बनाने के लिए जमीन दी गई थी वहां हाउस टैक्स का दफ्तर और ट्रक डिपो बना दिया गया है.
दिल्ली सेस्मिक जोन 4 में आता है. इसलिए यहां किसी भी वक्त बड़े भूकंप की आशंका बनी रहती है. ऐसे में दिल्ली नगर निगम ने द्वारका सेक्टर 9 में एक जमीन आपदा प्रबंधन केंद्र बनाने के लिए अलॉट किया था. केंद्र में आपदा के वक्त हालात से लड़ने के लिए जरूरी इंतजाम जैसे एंबुलेंस, लोडर, स्ट्रेचर, गैस कटर और ट्रेंड स्टाफ का बंदोबस्त किए जाने की योजना थी. लेकिन अब इस जमीन पर ट्रक डिपो और हाउस टैक्स का दफ्तर खोल दिया गया है.
एमसीडी पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. लिहाजा लापारवाही के आरोपों से घिरने पर पार्टी ने इसका ठीकरा दिल्ली सरकार पर मढ़ दिया . साउथ दिल्ली के मेयर सुभाष आर्य ने कहा, 'दिल्ली सरकार से इसके लिए फंड मांगा गया है. बिना फंड मिले आपदा प्रबंधन केंद्र जरूरी उपकरण निगम नहीं खरीद पाएगा.'
कुल मिलाकर फाइलों के बोझ और राजनीतिक बयानबाजी के बीच दिल्ली में आपदा प्रबंधन केंद्र की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में सिमट चुकी है.