मुंडका हादसे में 27 जिंदगियां खत्म हो गईं. कुछ लोग घायल हैं, तो कई लापता हैं. अभी तक पुलिस ने 8 शवों की शिनाख्त कर ली है. मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है. क्योंकि पुलिस को घटनास्थल पर शवों के कुछ हिस्से मिले हैं, जिनकी डीएनए के बाद ही पहचान हो सकेगी. इसी बीच एक बात ये भी सामने आ रही है कि इस घटना के पीछे लापरवाहियों की लंबी फेहरिस्त हैं. वहीं सियासी आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो चुके हैं. जब ये आरोप लगा कि ये 4 मंजिला इमारत बिना नक्शे के बनाई गई थी तो बीजेपी ने इसे लाल डोरा पर बने होने की बात कही. उधर, MCD ने भी सक्रियता दिखाई है.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर संजय गोयल ने 6 जोन के DC को निर्देश दिए हैं कि 48 घंटे के अंदर एरिया का सर्वे करके बताएं कि कौन सी फैक्ट्री बिना लाइसेंस के चल रही है. और नियम कानून को फॉलो नहीं कर रही है. साथ ही सर्वे की रिपोर्ट 48 घंटे के अंदर मांगी गई है.
इन मानकों को हर इमारत की जांच होगी
- मुंडका क्षेत्र में आने वाली ऐसी इमारतें जो रिहायशी लाल डोरे या कृषि जमीन पर स्थित हैं.
- निर्माण के वर्ष के साथ ही बिल्डिंग की ऊंचाई कितनी है.
- बिल्डिंग पुरानी है या नई, या फिर उसका निर्माण हो रहा है.
- बिल्डिंग प्लान मंजूर हुआ या नहीं, अगर नहीं हुआ तो क्यों नहीं हुआ.
- बिल्डिंग का निर्माण किस उद्देश्य से हुआ, वह उद्देश्य कानून की नजर में उचित है या नहीं.
- दिल्ली के फायर विभाग से बिल्डिंग को NOC मिली है या नहीं.
- फैक्ट्री लाइसेंस, ट्रेड लाइसेंस और दूसरी परमिशन ली गई है या नहीं.
- कन्वर्जन चार्ज, प्रॉपर्टी टैक्स और निगम का कोई बकाया तो नहीं है.
- ऐसी इमारतें, जिन पर पहले कभी एक्शन हुआ हो या उन्हें शोकॉज नोटिस दिया गया हो.
- क्या निगम की तरफ से किसी भी तरह की कोई कार्रवाई बाकी है.
मेयर ने कहा- सर्वे के आदेश दिए
नॉर्थ दिल्ली नगर निगम के मेयर राजा इकबाल सिंह ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के 6 DC को निर्देश दिए हैं कि 48 घंटे के अंदर सर्वे करके बताएं कि कौन सी फैक्ट्री बिना लाइसेंस के चल रही है. अगर वह नियम को फॉलो नहीं कर रही है तो इसकी भी रिपोर्ट 48 घंटे के अंदर मांगी गई है.
'मुंडका में किसी भी फैक्ट्री को NOC नहीं'
वहीं दिल्ली फायर चीफ अतुल गर्ग ने बताया कि मुंडका इलाके में अब तक किसी भी फैक्ट्री को एनओसी नहीं मिली है. जबकि इलाके में मुंडका जैसी कई फैक्ट्री चलने का अनुमान है.