scorecardresearch
 

मुंडका हादसाः ये लापरवाहियां बनीं 27 मौतों की वजह, पुलिस की FIR में खुलासा

मुंडका में जिस हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई, उसमें कई लापरवाही सामने आई हैं. पुलिस की FIR में जिक्र है कि बिल्डिंग में अग्निशामक जैसे उपकरण तक नहीं थे. न ही कोई इमरजेंसी एग्जिट था.

Advertisement
X
आग के दौरान उठता धुएं का गुबार (फाइल फोटो)
आग के दौरान उठता धुएं का गुबार (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हादसे में 27 लोगों की हो गई मौत
  • 27 लोग हादसे के बाद लापता हैं

मुंडका में हादसे के बाद अब लापरवाही की परतें खुल रही हैं. 27 लोगों की मौत और 27 लोगों के लापता होने के बाद पुलिस इस मामले की जांच में गुट गई है. पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में करीब 100 लोगों की एंट्री के लिए महज एक ही दरवाजा था. इसके साथ ही पुलिस की जांच में कई और लापरवाहियां भी सामने आई हैं.

Advertisement

पुलिस की FIR में ये बातें सामने आईं
 

FIR के मुताबिक इमारत में फायर सिक्योरिटी प्रोटोकॉल नहीं था. साथ ही जिस बिल्डिंग में आग लगी थी, उसमें काम करने वाले 100 से अधिक कर्मचारियों के लिए महज एक एंट्री और एग्जिट गेट था. मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास जिस व्यावसायिक इमारत में आग लगी, उस बिल्डिंग को फायर विभाग की ओर से NOC नहीं दी गई थी. साथ ही बिल्डिंग में अग्निशामक जैसे उपकरण नहीं थे. फैक्ट्री के अंदर इमरजेंसी एग्जिट नहीं था. 

फैक्ट्री मालिक गिरफ्तार, बिल्डिंग का ऑनर फरार
 

बिल्डिंग के तीन फ्लोर दो भाई हरीश गोयल और वरुण गोयल ने किराए पर लिए थे. ये फैक्ट्री के मालिक हैं. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. इमारत के मालिक की पहचान सुशीला लाकड़ा, उनके बेटे मनीष लाकड़ा, उनकी पत्नी सुनीता लाकड़ा के रूप में हुई है. बता दें कि मनीष लाकड़ा फरार है. 

Advertisement

कई शवों की शिनाख्त नहीं हुई
 

पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को दो से तीन अन्य लोगों के जले हुए शव मिले हैं. हालांकि अभी भी कई लोगों की शिनाख्त नहीं हो सकी है. पुलिस के मुताबिक शनिवार शाम तक 19 लोगों के लापता होने की सूचना है. पुलिस के मुताबिक इमारत की पहली मंजिल पर संभवत: शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लगी थी. 

ये कहा FSLकी निदेशक ने
 

फॉरेंसिक साइंस लैब की निदेशक दीपा वर्मा ने कहा कि वरिष्ठ विशेषज्ञों सहित हमारी दो टीमें मौके पर जांच कर रही हैं. इस दौरान हर जरूरी चीज कलेक्ट की जाएगी. वस्तुओं की पहचान की जाएगी. मौके से सैंपल लिए जाएंगे. फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) के विशेषज्ञ सैंपल की जांच करने के बाद रिपोर्ट इन्वेस्टिंगेटिंग ऑफिसर को सौंपेंगे.

तलाशी अभियान में मिले शव

बता दें कि पुलिस के साथ ही दो फॉरेंसिक टीमें मौक पर जांच कर रही हैं. शवों की पहचान के लिए DNA जांच कराई जाएगी. शनिवार को जब पुलिस और FSL की टीम ने इमारत की दूसरी मंजिल पर तलाशी अभियान चलाया तो उन्हें जले हुए लोगों के शव मिले हैं. 
 

 

Advertisement
Advertisement