अगर आप उत्तरी दिल्ली में रहते हैं तो हो सकता है आने वाले समय में आपकी जेब थोड़ी ढीली हो जाए. इसकी वजह है कि नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर ने मंगलवार को बजट में प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें हाउस टैक्स में बढ़ोतरी के प्रस्ताव के साथ ही दो नए टैक्स भी शामिल हैं.
हाउस टैक्स में होगी बढ़ोतरी?
कमिश्नर मधुप व्यास ने बजट भाषण में हाउस टैक्स की दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है. प्रस्ताव के मुताबिक अब A कैटेगरी से लेकर H कैटेगरी तक कि रिहायशी कॉलोनियों में रहने वालों को 15 फीसदी की दर से हाउस टैक्स देना होगा. जबकि इन्हीं सब कैटेगरी के गैर रिहायशी इलाकों में ये दर 20 फीसदी होगी. आपको बता दें कि फिलहाल A से लेकर H कैटेगरी तक निगम अलग-अलग स्लैब में हाउस टैक्स लेता है, लेकिन नए प्रस्ताव के मुताबिक सभी के लिए एक ही दर रखी गयी है. A, B कैटेगरी वालों को अभी 12 फीसदी हाउस टैक्स देना होता है. C, D और E कैटेगरी में हाउस टैक्स 11 फीसदी है, तो वहीं सबसे निम्न आय वर्ग वाले इलाकों जैसे F, G और H कैटेगरी में रहने वालों को 7 फीसदी हाउस टैक्स देना होता है.
दो नए टैक्स भी प्रस्तावित
इसके अलावा कमिश्नर ने दो नए टैक्स भी प्रस्तावित किए हैं. प्रस्ताव के मुताबिक बेटरमेंट टैक्स और प्रोफेशनल टैक्स भी लगाया जा सकता है. बेटरमेंट टैक्स जहां 15 फीसदी की दर से देना होगा, तो वहीं प्रोफेशनल टैक्स आय के मुताबिक देय होगा. मसलन 2.5 से 5 लाख रुपए सालाना कमाने वालों को 1200 रुपए सालाना प्रोफेशनल टैक्स देना होगा, जबकि 5 से 10 लाख कमाने वालों को 2400 सालाना टैक्स देना होगा और 10 लाख रुपए से ज्यादा की सालाना आय वालों को 2500 रुपए सालाना प्रोफेशनल टैक्स देना प्रस्तावित है.
यूपीक कार्ड से हो रहा है फायदा
कमिश्नर ने बताया कि 23 अक्टूबर 2017 तक उत्तरी दिल्ली के 37 वार्डों का सर्वे पूरा कर लिया गया है. अब तक 2 लाख 22 हज़ार 275 सम्पत्तियों को यूपीक कार्ड दिए जा चुके हैं. इससे निगम के हाउस टैक्स कलेक्शन में खासी बढ़ोतरी हुई है.