scorecardresearch
 

दार्जिलिंग में शांति के लिए राजधानी में संगीतमय विरोध!

दार्जिलिंग में गोरखालैंड की मांग को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए राजधानी के महरौली इलाके में एक म्यूजिकल कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया. ऑर्गनाइजर अंजनी ने कहा कि संगीत हर सरहद को तोड़ कर दिलों तक पहुंचता है और इसीलिए हमने भी अपनी मांगों के लिए संगीत के सहारा लिया.

Advertisement
X
महरौली इलाके में म्यूजिकल कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया
महरौली इलाके में म्यूजिकल कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया

Advertisement

दार्जिलिंग में गोरखालैंड की मांग को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए राजधानी के महरौली इलाके में एक म्यूजिकल कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया. म्यूजिक के ज़रिये दार्जिलिंग में मानवाधिकार की रक्षा के लिए ये म्यूजिकल शाम बुलाई गई थी. ऑर्गनाइजर अंजनी ने कहा कि संगीत हर सरहद को तोड़ कर दिलों तक पहुंचता है और इसीलिए हमने भी अपनी मांगों के लिए संगीत के सहारा लिया.

लोगो ने यहां इकट्ठा होकर शांति और संगीत के जरिये दार्जिलिंग में चल रहे मौलिक अधिकारों के हनन के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाई. दार्जीलिंग में जारी अव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार के दखल की मांग भी यहां उठाई गई. वहीं गोरखालैंड समिति के कार्यकारिणी अध्यक्ष डॉ. मुनीश तामंग ने अपनी मांगों को स्पष्ट करते हुए कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से अपने मानवाधिकार की रक्षा चाहते हैं.

Advertisement

दार्जिलिंग के इस विरोध को राजधानी का भी भरपूर समर्थन मिला, जिसके मद्देनज़र दिल्ली के मशहूर परिक्रमा और बिपुल छेत्री जैसे बैंड्स में इस म्यूजिकल शाम में शिरकत करके इस शाम के मकसद में और जान डाल दी.

संगीत और शांतिपूर्ण तरीके से गोरखालैंड की मांग और दार्जिलिंग में चल रही अव्यवस्था को लेकर लोगों ने अपनी एकजुटता दिखाते हुए इस शाम में हिस्सा लिया और सरकार से इस मसले पर हतक्षेप करने की अपील की.

Advertisement
Advertisement