कोरोना की भयावहता के बीच अच्छी खबरें भी आ रही हैं. कोरोना के केस कम हो रहे हैं तो संक्रमण की दर भी कम हो रही है. राजधानी दिल्ली में तो केस कम हुए ही हैं, पॉजिटिविटी रेट भी गिरकर 14 फीसदी पहुंच चुका है. यही नहीं दिल्ली में ऑक्सीजन की खपत भी घट गई है.
अब इसे लॉकडाउन का असर कहें या कुछ और, दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार नीचे आ गई है. सबसे राहत की खबर ये है कि दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट भी तेजी से कम हो रहा है.
दिल्ली में पिछले 5 दिनों की पॉजिटिविटी रेट
8 मईः कोरोना के 17,364 केस, पॉजिटिविटी रेट 23.34 फीसदी.
9 मईः कोरोना के 13,336 केस, पॉजिटिविटी रेट 21.67 फीसदी.
10 मईः कोरोना के 12,651 केस, पॉजिटिविटी रेट 19.10 फीसदी.
11 मईः कोरोना के 12,481 केस, पॉजिटिविटी रेट 17.76 फीसदी.
12 मईः 10,489 नए केस, पॉजिटिविटी रेट 14% घटकर रह गया.
ये वही दिल्ली है, जहां कुछ दिन पहले पॉजिटिविटी रेट 35 फीसदी तक पहुंच गया था. अस्पताल मरीजों से अटे पड़े थे. अस्पतालों में मरीज को एडमिट कराना किसी जंग जीतने से कम नहीं था. और अब दिल्ली में केस कम हुए हैं, पॉजिटिविटी रेट कम हुआ है, लोगों में भरोसा भी बना है कि दिल्ली में कोरोना उतार पर है.
कुछ दिन पहले तक दिल्ली में बेड और ऑक्सीजन के लिए हाहाकार की स्थिति थी. पिछले 24 अप्रैल को दिल्ली के जयपुर गोल्डेन अस्पताल में तो ऑक्सीजन की कमी से 20 मरीजों ने दम तक तोड़ दिया था. ऑक्सीजन की लड़ाई तो कोर्ट तक पहुंच गई थी, जिसमें कोर्ट ने तय किया कि दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिलेगी.
लेकिन अब दिल्ली में केस घटने के बाद ऑक्सीजन की खपत भी कम हो गई. दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर सरप्लस ऑक्सीजन दूसरे राज्यों को देने की सिफारिश की है.
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अब दिल्ली में मरीजों की संख्या घट रही है और संक्रमण दर अब 14% है. पिछले 24 घंटे में केवल 10,400 मामले सामने आए हैं. सिसोदिया ने कहा कि जब दिल्ली में कोरोना का संक्रमण बढ़ा तो ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ी थी तब दिल्ली को प्रतिदिन 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ज़रूरत थी. लेकिन संक्रमण दर के कम होने और अस्पतालों में मरीजों की संख्या कम होने के बाद दिल्ली में अब ऑक्सीजन की मांग भी घट गई है.
दिल्ली में कोरना केस कम होने के साथ ही इस बात की चर्चा होने लगी है कि क्या दिल्ली में कोरोना का पीक गुजर चुका है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि मामले कम तो हुए हैं, लेकिन अभी कंफर्ट जोन नहीं आया है.
दिल्ली से कोरोना अभी ना तो गया है और ना ही इसका खतरा कम हुआ है, लेकिन इन सबके बीच अच्छी खबर ये है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो गई है. रोजाना अस्पताल में भर्ती होने से ज्यादा तादाद उनकी है, जो अस्पताल से ठीक होकर घर जा रहे हैं. एक्टिव केस भी लगातार कम हो रहे हैं.
(आजतक ब्यूरो)