प्रगति मैदान में 15 फरवरी से शुरू हो रहे नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला का मुख्य आकर्षण बाल साहित्य होगा. इस मेले में 25 देशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं. इस साल पोलैंड मेहमान देश है. देश की राजधानी में शुरू होने जा रहे बुक फेयर से दुनिया भर के पुस्तक प्रेमियों और प्रकाशकों के बीच बढ़ती डिजिटल पुस्तकों की लोकप्रियता को देखते हुए नेशनल बुक ट्रस्ट भी इस क्षेत्र में कदम रख रहा है.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत प्रकाशन का कार्य करने वाली एनबीटी जल्दी ही अपना ईबुक स्टोर लांच करेगी. एनबीटी के निदेशक एम. ए. सिकंदर ने कहा, ‘हम नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में पहली ई-पुस्तक लांच करेंगे. स्वामी विवेकानंद पर आधारित यह पुस्तक युवाओं के लिए होगी.’ प्रोफेसर संदीपन सेन की पुस्तक ‘स्वामी विवेकानंदः द इटरनल इंस्पीरेशन फॉर द यूथ’ का विमोचन केन्द्रीय मंत्री एम. एम. पल्लम राजू 17 फरवरी को करेंगे.
एनबीटी हिन्दी, अन्य भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में करीब 500 पुस्तकों का डिजिटलीकरण करेगा. खास बात यह कि इन्हें डाउनलोड भी किया जा सकेगा.
नौ दिनों तक चलेगा पुस्तक मेला
भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के सहयोग से नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस नौ दिन की पुस्तक मेला का थीम ‘कथासागरः बाल साहित्स उत्सव’ है. इसका उद्घाटन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी करेंगे. एनबीटी के अध्यक्ष ए. सेतुमाधवन ने कहा, ‘पढ़ना और बाल साहित्य दुनिया भर के प्रकाशन उद्योग का मुख्य फोकस है. बाल साहित्य लेखक और इलस्ट्रेटर शंकर पिल्लै की जन्मशती के अवसर पर हमने एक विशेष सत्र का भी आयोजन किया है.’
मेले के विशेष अतिथि होंगे लेखक रश्किन बांड. इस दौरान बातचीत, कार्यशालाओं और लेखकों तथा इलस्ट्रेटर्स के साथ बातचीत सत्रों का आयोजन भी होगा.
शायर-गीतकार गुलजार और अभिनेता इरफान खान मेले का प्रोमोशन कर रहे हैं. पहले मेले का प्रोमोशन अभिनेता फारूक शेख करते थे. उनका हाल ही में निधन हो गया. मेले में 16 से 23 फरवरी के बीच बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसमें जादू के शो, फिल्मों की स्क्रीनिंग और खास कला मेला शामिल है. मेले में व्यस्कों के लिए प्रवेश शुल्क 20 रुपये और स्कूली छात्रों के लिए 10 रुपये होगा. टिकट चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों से भी खरीदे जा सकते हैं.