दिल्ली सरकार अपने विज्ञापनों के लिए लगातार विवादों में है. अब मंगलवार को सरकार ने दिल्ली के अखबारों में ताजा विज्ञापन देकर कहा है कि जो कहा, सो किया. यह विज्ञापन आजादपुर से प्रेमबाड़ी तक 6 लेन एलिवेटेड रोड के लोकार्पण का है. लेकिन इस पर भी विवाद हो सकता है.
2012 में दी गई थी मंजूरी
विज्ञापन से प्रतीत होता है कि यह एलिवेटेड रोड बनाने का ऐलान दिल्ली सरकार ने ही किया था, जबकि 2.1 किलोमीटर के इस एलिवेटेज रोड को कांग्रेस सरकार ने 2012 में मंजूरी दी थी. इसकी आधारशिला 7 जून 2013 को रखी गई. तब भी दिल्ली में कांग्रेस की ही सरकार थी.
विज्ञापन में है यह पेंच
विज्ञापन में सबसे ऊपर लिखा है जो कहा सो किया. इसके बाद एलिवेटेड रोड के मंगलवार को होने वाले उद्घाटन की जानकारी दी गई है. हालांकि इस विज्ञापन में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि आम आदमी पार्टी ने यह एलिवेटेड रोड बनाने की घोषणा की थी.
100 करोड़ कम आई लागत
मंजूरी के वक्त इस एलिवेटेड रोड की लागत 247 करोड़ रुपये आंकी गई थी. इसके निर्माण का जिम्मा पीडब्ल्यूडी के पास है, वही इस प्रोजेक्ट को संभाल रही है. यह प्रोजेक्ट लागत से 100 करोड़ कम 147 करोड़ रुपये में ही पूरा हो गया. यह लागत इसके डिजाइन में बदलाव के बाद आई. यह सिंगल पिलर्स पर बना दिल्ली का पहला एलिवेटेड रोड है.