आपने पुलिस थाने में चोर-बदमाशों की पिटाई का किस्सा सुना होगा, लेकिन तब क्या हो जब कानून के रखवाले अपने ही अधिकारी की उसी के थाने में धुनाई कर दे. यकीनन यह एक शर्मनाक घटना होगी, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर थाने के लिए यह अब एक सच्चाई है.
जानकारी के मुताबिक, उत्तम नगर थाने के बीते शुक्रवार को एसएचओ को उन्हीं के थाने में कॉन्स्टेबल और उसके साथियों ने बुरी तरह पीटा. हमलावरों को दूसरे पुलिसकर्मियों ने पकड़ कर किसी तरह एसएचओ को छुड़ाया. लेकिन इस घटना में एसएचओ को गंभीर चोटें आई हैं. आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
बताया जाता है कि एसएचओ भगवान सिंह थाने में अपनी ड्यूटी कर रहे थे. तभी सदर बाजार पुलिस स्टेशन में तैनात कॉन्स्टेबल सचिन कुमार और उसके साथी पुष्पेंद्र और आनंद थाने में आए और एसएचओ की पिटाई कर दी. सभी हरियाणा के मूल निवासी हैं.
रिश्तेदारों का चालान बना कारण
शुरुआती जांच में पता चला कि उत्तम नगर में रात में ट्रैफिक पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान सचिन के रिश्तेदारों की गाड़ी वहां से गुजर रही थी. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने उस गाड़ी का चालान कर दिया. गाड़ी मालिकों ने अपने रिश्तेदार सचिन को वहां बुला लिया. सचिन दिल्ली पुलिस में है और दो महीने से उसकी पोस्टिंग सदर बाजार थाने में है.
सचिन को रिश्तेदारों ने बताया कि गाड़ी का चालान गलत किया गया है और उनसे बदतमीजी की गई है. इसके बाद यह सभी उत्तम नगर थाने में आ गए. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके साथ ट्रैफिक पुलिस ने बुरा बर्ताव किया है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन बताया जाता है कि ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ लोकल पुलिस ने शिकायत लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद कहासुनी होने लगी.
इस बीच शोर सुनकर एसएचओ भगवान सिंह वहां आ गए. उन्होंने सचिन और उसके साथियों को डांटकर वहां से भाग जाने के लिए कहा. एसएचओ की बातें इन लोगों को नागवार गुजरीं. उन्होंने भगवान सिंह पर हमला बोल दिया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने एसएचओ को जमीन पर गिरा कर पीटा, जबकि एसएचओ को पिटता देख कर उनके मातहत दौड़े आए और हमलावरों को दबोच कर उन्हें छुड़ाया. पुलिस वालों ने सचिन और उसके दो साथियों को वहीं पकड़ लिया है. एसएचओ को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया.