दिल्ली में चल रहे कूड़े के लड़ाई की वजह से शहर में फैले कूड़े को लेकर एनजीटी ने पूर्वी एमसीडी और दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाई है. एनजीटी ने कहा है कि आप दोनों की लड़ाई में आम लोग पिस रहे हैं, सैलरी अकाउंट में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. आप दोनों की लड़ाई के चक्कर में काम नहीं हो रहा है.
एनजीटी ने कहा कि ना तो आप दिल्ली के सीवर साफ कर पा रहे हैं और ना ही कूड़ा हटा पा रहे हैं. लगातार निर्माण के कारण दिल्ली कंक्रीट के जंगल में तब्दील हो गया है. एनजीटी ने कहा कि इस तरह आप आने वाली पीढ़ी के सामने किस तरह का उदाहरण पेश करना चाहते हैं.
एनजीटी ने कहा कि शुक्रवार तक हमें पूरी रिपोर्ट दी जाए कि पूर्वी एमसीडी के 15 हजार कर्मचारी क्या काम करते हैं और कैसे करते हैं. कूड़ा उठाने के लिए कितने ट्रक मौजूद हैं और कितनों में GPS सिस्टम लगा हुआ है. एनजीटी ने दिल्ली सरकार से एमसीडी को कितना बजट मिलता है उसकी जानकारी भी मांगी है और यह भी पूछा है कि कर्मचारियों को कितनी सैलरी मिलती है उन्हें अभी तक सैलरी क्यों नहीं मिल पा रही है. एनजीटी ने कहा कि कूड़े को लेकर अगर सरकार और एमसीडी फेल हो रही है तो यह शर्म की बात है.