राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 2022 अटारी सीमा मादक पदार्थ बरामदगी मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. एनआईए द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मुख्य आरोपी उत्तर प्रदेश के शामली के रहने वाला तहसीम उर्फ मोटा इस मामले में गिरफ्तार होने वाला सातवां आरोपी है.
जानकारी के मुताबिक, अप्रैल 2022 में सीमा शुल्क विभाग ने इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) से अटारी-अमृतसर के रास्ते अफगानिस्तान से भारत में तस्करी कर रहे 700 करोड़ रुपये कीमत की 103 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी. ड्रग्स को मुलेठी की जड़ों की एक खेप में छुपाया गया था.
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'फरार मास्टरमाइंडों को भेजता था रुपया'
बयान में कहा गया, अटारी सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी और जब्ती मामले में एनआईए ने एक अन्य प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो दवाओं को बेचर प्राप्त रुपये को विदेश स्थित फरार मास्टरमाइंडों तक पहुंचाने में शामिल था. आदतन अपराधी तहसीम को पंजाब से उसके खाते में कई बार नकद जमा हुए हैं. एनआईए द्वारा आरोपी व्यक्तियों के कई सहयोगियों की वित्तीय जांच से पता चला है कि तहसीम द्वारा प्राप्त रुपये नशीली दवाओं के बेचकर प्राप्त की गई थी.
'देश से भागने की कोशिश कर रहा था अमृतपाल सिंह'
एनआईए ने 16 दिसंबर 2022 को मामले में दुबई में रहने वाले शाहिद अहमद उर्फ काजी अब्दुल वदूद, नजीर अहमद कानी, रजी हैदर जैदी और विपिन मित्तल के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. इसमें शाहिद अहमद और नजीर अहमद कानी फरार है. मामले में पहले रजी हैदर और विपिन मित्तल को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद एक अन्य आरोपी अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया, जब वह 15 दिसंबर 2023 को देश से भागने की कोशिश कर रहा था.
'अमृतपाल के पास से नशीले पदार्थों से हुई आय बरामद'
एनआईए के अनुसार, अमृतपाल सिंह के पास से 1.34 करोड़ रुपये की नशीले पदार्थों से हुई आय बरामद की गई और प्रासंगिक कानूनी प्रावधानों के तहत जब्त कर ली गई. एजेंसी ने 9 अप्रैल को कहा था कि उसने मामले में पंजाब के तरनतारन के नौशहरा पन्नुआन के रहने वाले एक अन्य आरोपी हरविंदर सिंह उर्फ सोशी पन्नू को गिरफ्तार किया है.