निर्भया को आज सात साल तीन महीने और तीन दिन बाद इंसाफ मिल गया. चारों दोषियों अक्षय कुमार, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश कुमार को तिहाड़ जेल में आज सुबह 5.30 बजे फांसी पर लटका दिया गया. चारों दोषियों को फांसी दिए जाने का जश्न पूरा देश मना रहा है.
तिहाड़ जेल के बाहर सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए और भारत माता की जय की नारेबाजी की. ट्विटर पर #NirbhayaJustice ट्रेंड कर रहा है और लोग अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं. बलिया में निर्भया के गांव में भी लोगों की नजर दोषियों की फांसी पर थी और गुनहगारों को फांसी पर लटकाए जाने के बाद गांव के लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर और रंग लगाकर जश्न मनाया.
उत्तर प्रदेश: आज सुबह 5:30 बजे 2012 दिल्ली गैंगरेप मामले के चारों दोषियों को फांसी दे दी गई। फांसी के बाद निर्भया के गांव बलिया में लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर और रंग लगाकर जश्न मनाया। pic.twitter.com/k1U0fFXXDi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 20, 2020
सिस्टम में सुधार करने की जरुरतः केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फैसला लेने में 7 साल का वक्त लग गया. आज, हमें एक प्रतिज्ञा लेनी है कि इस तरह की घटना फिर से न हो. हमने देखा कि दोषियों ने हाल में किस तरह से कानून को मैनुपलेट करने की कोशिश की. हमारे सिस्टम में बहुत सारी खामियां हैं, हमें सिस्टम में सुधार करने की आवश्यकता है.
Delhi CM Arvind Kejriwal:It took 7 yrs for justice to be delivered. Today,we've to take a pledge that a similar incident does not happen again. We've seen how the convicts manipulated the law until recently.There are a lot of loopholes in our system, we need to improve the system pic.twitter.com/C5nlrs91k0
— ANI (@ANI) March 20, 2020
बच्चों को जागरुक करें माता-पिताः रामदेव
निर्भया के दोषियों को सजा दिए जाने पर योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि यह एक उदाहरण की तरह है और यह उन लोगों में भय का माहौल पैदा करेगा जो इस तरह के कृत्य करते हैं. इस घटना ने देश की छवि खराब की थी. भविष्य में ऐसी घटना ने हो इसके लिए रामदेव ने कहा कि इसके लिए माता-पिता को अपने बच्चों को जागरुक करना चाहिए.
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि आज एक उदाहरण सेट किया गया है, लेकिन यह पहले ही हो जाना चाहिए था. अब लोग यह जान गए हैं कि उन्हें सजा जरुर मिलेगी, आप तारीख बढ़ा सकते हैं लेकिन आपको सजा मिलेगी.
आज न्याय की जीत हुईः स्वातिRekha Sharma, Chairperson of National Commission for Women (NCW) on #NirbhayaConvicts hanged: An example has been set today but it could have been done earlier. Now people know that they will be punished, you may extend the date but you will get punished. pic.twitter.com/gcMyMsV15F
— ANI (@ANI) March 20, 2020
इस मामले पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह जीत पूरे देश की जीत है और लंबे इंतजार के बाद निर्भया और उसके पूरे परिवार को इंसाफ मिला है. आज निर्भया जहां भी होगी, उसकी आत्मा को शांति मिलेगी. स्वाति ने कहा कि 7 साल के लंबे इंतजार के बाद आज न्याय की जीत हुई. निर्भया की मां ने न्याय के लिए दर-दर की ठोकर खाई. सारा देश सड़कों पर उतरा, अनशन किया, लाठी खाई.
स्वाति मालीवाल का कहना था कि देश में फास्ट ट्रैक कोर्ट तो बन गए हैं, लेकिन इस तरह के मामलों का निपटारा 6 महीने में होना चाहिए ताकि अपराधी इस तरह के अपराध करने से पहले सौ बार सोचें. लंबे वक्त तक चलने वाले इस तरह के मामलों में अपराधियों को बढ़ावा मिलता है ऐसे में सरकार को फ़ास्ट ट्रक कोर्ट 6 महीने में इस तरह के मामलों को निपटाना के लिए पहल करनी चाहिए.
क्रिकेटर से नेता बने गौतम गंभीर ने भी ट्वीट कर इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
सीसीटीवी की बदौलत खुला था केसः जांच अधिकारीHanged till death! Finally! I know we are late Nirbhaya. #NirbhayaJustice
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 20, 2020
दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने के बाद निर्भया मामले के जांच अधिकारी अनिल शर्मा ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि किस तरह से यह केस सीसीटीवी की बदौलत खुला था और उसके बाद एक-एक करके सारे आरोपी पकड़े गए थे. उनका यह भी कहना था कि इस कृत्य में मोर और लेस सभी लोग बराबर के दोषी थे.
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उन्होंने संतोष जाहिर किया कि आखिरकार न्याय की जीत हुई और निर्भया के मां-बाप को इंसाफ मिला. साथ में उन्होंने यह भी माना कि इस मामले में जो जुवेनाइल पकड़ा गया था उसका भी कोई कम रोल नहीं था, लेकिन कानून का उसको फायदा मिला. अनिल शर्मा ने इस मामले में अपने सीनियर अधिकारियों की भी तारीफ की.