दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए रामलीला मैदान में अधिकार रैली का आयोजन किया गया है.
हालांकि रैली की शुरुआत में एक शख्स ने नीतीश कुमार को काला झंडा दिखाया जिस कारण से रैली में हंगामे की स्थिति पैदा हो गई. इसके बाद काला झंडा दिखाने वाले शख्स को हिरासत में लिया गया है.
रामलीला मैदान में समा बंध चुका है. नीतीश कुमार रामलीला मैदान पहुंच चुके हैं. शरद यादव भी पहुंच चुके हैं. रामलीला मैदान में समर्थकों की भीड़ जुट चुकी है.
आज दिल्ली में नीतीश कुमार की हुंकार है और इस हुंकार को नाम दिया गया है अधिकार रैली. बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने को लेकर की जा रही है ये रैली. लोग कहते हैं कि ये नीतीश का शक्ति प्रदर्शन है और जेडीयू कहती है कि ये मुद्दों की रैली है.
बिहार के विकास में सभी वर्गो की है भागीदारी: नीतीश
जेडीयू नेता संजय झा ने कहा कि शनिवार को 10 हजार से अधिक लोग रैली में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचे और रविवार को करीब 30 हजार लोगों के विभिन्न ट्रेनों से दिल्ली पहुंचने की संभावना है.
झा मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी हैं और बीते एक महीने से रैली के आयोजन में लगे हुए हैं. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अमिताभ प्रभाकर ने बताया कि रक्सौल, झाझा, समस्तीपुर से टिकट आरक्षण विभिन्न लोगों द्वारा दिल्ली जाने के लिए कराया गया है.
जाति व्यवस्था सिर्फ बिहार का रोग नहीं: नीतीश
रविवार को रामलीला मैदान में होने वाली रैली में भाग लेने के लिए जदयू के मंत्री, सांसद और विधायक दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आसपास के जनसंपर्क अभियान चलाकर बिहार मूल के लोगों को रैली में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने दिल्ली के बदरपुर, वजीराबाद और लक्ष्मीनगर में भ्रमण कर लोगों से जनसंपर्क किया. इन क्षेत्रों में बडी संख्या में बिहार मूल के लोग रहते हैं. उद्योग मंत्री रेणु कुमारी ने फरीदाबाद, बुराड़ी, नोएडा, आजादपुर और नजफगढ में लोगों को एकजुट किया और अधिकार रैली में भाग लेने के लिए प्रेरित किया.