दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को बीएसपी सांसद धनंजय सिंह की जमानत याचिका खारिज कर दी. धनंजय पर पत्नी जागृति सिंह को बचाने के लिए सबूतों को नष्ट करने का आरोप है. जागृति ने पिछले दिनों अपनी नौकरानी को इतना प्रताड़ित किया था कि उसने दम तोड़ दिया. धनंजय और जागृति न्यायिक हिरासत में हैं.
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को धनंजय सिंह की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि उसने अपनी पत्नी को नौकरों को पीटने और दुर्व्यवहार करने के लिए उकसाया. इससे पूर्व महानगर दंडाधिकारी गोमती मनोचा ने 20 नवंबर को सांसद की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. वहीं, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेश शर्मा ने जमानत याचिका खारिज करते हुए दिल्ली पुलिस मामले में गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया.
सांसद ने सत्र न्यायालय में जमानत की अर्जी देते हुए कहा था कि मामला राजनीति से प्रेरित है. धनंजय सिंह उत्तर प्रदेश में जौनपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं. उन्हें सबूत नष्ट करने और किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन के मामले में निरुद्ध किया गया है.