देश की राजधानी धीरे-धीरे बीमारियों का गड़ बनती जा रही है. अभी डेंगू और चिकनगुनिया से लोगों की परेशानी कम भी नहीं हुई है कि बर्ड फ्लू का ख़तरा शहर में मंडराने लगा है. कभी कूड़े का ढेर तो कभी प्रदूषित हवा, दिल्लीवालों के लिए साफ़ हवा एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है. फ़िलहाल केजरीवाल सरकार दावा कर रही है कि बर्ड फ्लू का खतरा नहीं है और वो इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
हाल ही में दिल्ली के चिड़ियाघर बर्ड फ्लू के वायरस से प्रवासी पक्षियों की मौत ने इस बात को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं कि हालात बिगड़ने और वायरस का अटैक इंसानों तक पहुंचने पर दिल्ली सरकार की आपातकालीन तैयारियां क्या हैं? जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से ये सवाल पूछा तो उन्होंने साफ-साफ़ जवाब तो नहीं दिया, लेकिन सीएम ने ये ज़रूर कहा सरकार इस पर नज़र बनाए हुए हैं. हालांकि बर्ड फ्लू जैसी बीमारी से निपटने के लिए लोगों को जागरूक करने की ज़िम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री की होती है, लेकिन खुद सत्येन्द्र जैन भी पूरे मामले में चुप नजर आए हैं.
शनिवार की सुबह मंत्री गोपाल राय ने वायरस के चलते दिल्ली के चिड़ियाघर और डियर पार्क में प्रवासी पक्षियों की मौत की जानकारी पर एक रिपोर्ट कैबिनेट के सामने रखी. इस रिपोर्ट में मुर्गा मंडी की मॉनिटरिंग से लेकर एक्सपर्ट की टीम को दिए गए आदेश शामिल किए गए हैं. 'आजतक' से खास बातचीत करते हुए गोपाल राय ने बताया, 'शुक्रवार को मॉनिटरिंग हुई, जिसमें चिड़ियाघर में किसी पक्षी की मौत नहीं हुई. डियर पार्क में एक जगह घटना हुई, जिसका सैम्पल भोपाल लैब को भेज दिया है. एक्सपर्ट का कहना है कि N5 N8 वायरस से से पक्षियों की होती है, लेकिन इस वायरस से इंसानों में संक्रमण फैलने का कोई ख़तरा नहीं है.'
इमरजेंसी हालात में बर्ड फ्लू से निपटने की तैयारी के सवाल पर गोपाल राय दावे से कहते नज़र आए कि सरकार सभी गाइडलाइन को ध्यान में रखकर एक्शन ले रही है. सरकार के पास दवाओं का पर्याप्त स्टॉक है. वन विभाग, पार्क और वॉटर बॉडी में मॉनिटरिंग की जा रही है. मुर्गा मंडी में एहतियात बरती जा रही है. रेगुलर सैंपलिंग की जा रही है जैसे ही कोई खतरा होगा दिल्लीवालों को बताया जाएगा. गोपाल राय ने बताया कि अब तक 3 दिनों के लिए चिड़ियाघर बंद था, लेकिन हाल ही में हुई पक्षियों की मौत की वजह से अब सोमवार तक चिड़ियाघर को एक्सपर्ट मॉनिटर कर रहे हैं और सोमवार को रिपोर्ट आने के बाद ही कोई फैसला लिया जा सकेगा.