राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए सूबे की आप सरकार ने बड़ा एलान किया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राज्य के नए इंडस्ट्रियल इलाके में सिर्फ सर्विस या फिर हाईटेक इंडस्ट्री लगाने की ही इजाजत होगी.
उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में किसी नई मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को खोलने की इजाजत नहीं मिलेगी. दिल्ली के अंदर कोई भी नई इंडस्ट्रियल एक्टिविटी या कोई भी नया इंडस्ट्रियल एरिया बनेगा तो वहां केवल सर्विस इंडस्ट्री और हाईटेक इंडस्ट्री को इजाज़त मिलेगी.
सीएम केजरीवाल ने बताया कि आईटी, मीडिया, कॉल सेंटर, एचआर सर्विस, बीपीओ, TV वीडियो प्रोडक्शन, वकील, सीए, आर्किटेक्ट, मार्केट रिसर्च, प्लेसमेन्ट एजेंसी आदि को ही इन इलाकों में स्थापित होने की अनुमति होगी.
केजरीवाल ने आगे कहा कि अभी तक यह सभी 'ऑफिस' वाली कैटेगरी में आते थे और केवल कमर्शियल एरिया में ही खुलते थे. कमर्शियल एरिया में रेट ज्यादा होने के चलते ऐसे दफ्तर गुडगांव/नोएडा/फरीदाबाद में स्थापित होने चले जाते थे. अब ये सस्ते रेट में इंडस्ट्रियल एरिया में आ सकेंगे.
No manufacturing activity will be allowed in any new industrial area in Delhi; only hi-tech and service industries will be permitted: Chief Minister Arvind Kejriwal pic.twitter.com/ETjknpKcyb
— ANI (@ANI) November 2, 2020
उन्होंने कहा कि, ''दिल्ली की इकॉनमी मैन्युफैक्चरिंग आधारित नहीं बल्कि सर्विस आधारित है, अब मैं समझता हूं कि दिल्ली में प्रदूषण करने वाली इंडस्ट्री खत्म होगी और हमारे इंडस्ट्रियल एरिया साफ-सुथरे और हरे-भरे बनेंगे''.
हरदीप सिंह पुरी का शुक्रिया
केजरीवाल ने कहा कि तीन-चार साल पहले हमने यह प्रस्ताव भेजा था और पिछले तीन चार महीने से हरदीप पुरी साहब के पीछे पड़े थे.निजी तौर पर हरदीप पुरी साहब का शुक्रिया करना चाहता हूं कि उन्होंने यह ऐतिहासिक कदम दिल्ली के लिए उठाया. दिल्ली को साफ सुथरा बनाने के लिए यह कदम बहुत निर्णायक कदम होगा.