दिल्ली की यातायात व्यवस्था पर हाल ही में आई रिपोर्ट को देखें तो हम पाते हैं कि दिल्ली में अब तक एक करोड़ वाहन रजिस्टर हो चुके हैं. आज पार्किंग दिल्ली की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है. नो पार्किंग के बोर्ड तो दिल्ली के हर इलाके में लगे हैं मगर उस बोर्ड के सामने ही कई गाड़ियां पार्क की गई हैं. कई जगह तो स्थितियां ऐसी हैं कि आधी सड़क तक गड़ियां पार्क कर दी गई हैं. इस वजह से कई बार लंबा जाम लग जाता है.
दिल्ली के व्यस्ततम इलाके के तौर पर चर्चित पहाड़गंज जैसी जगहों पर तो लोग आधी सड़क पार्किंग से ही घेर कर रखते हैं. ऐसे में यदि आप घर के बाहर गाड़ी खड़ी करते हैं तो संभल जाएं. बहुत जल्द घर के बाहर गाड़ी पार्क करने पर भी जुर्माना लगने लगेगा. दिल्ली सरकार की नई ड्राफ्ट पॉलिसी में ऐसे प्रावधान बनाए गए हैं. जुर्माना लगाने का अधिकार नगर निगम यानी स्थानीय निकाय के पास होगा. नियम तोड़ने पर 2000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है.
अभी क्या है जुर्माने का प्रावधान?
फिलहाल एमवी एक्ट 1988 सेक्शन-127 के तहत पहली बार सार्वजनिक स्थल पर गाड़ी खड़ी करने पर 100 रुपये जुर्माना. वहीं दूसरी बार में 300 रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा. हालांकि सरकार के द्वारा प्रस्तावित एमवी एक्ट के तहत यह राशि 2000 रुपये तक करने की बात कही जा रही है.
वहीं इस पर बिपिन बिहारी ( डिप्टी मेयर, EDMC) का कहना है कि इससे निगम को बहुत फायदा होगा. हमारे पार्किंग में लोग गाड़ी ही नहीं पार्क करते है, मगर दो हजार का जुर्माना लगने पर लोग डरने लगेंगे और गाड़ी निगम की पार्किंग में ही पार्क होंगी.
दिल्ली के लोग हैं खफा
दिल्ली के लोगों का कहना है कि इस नियम का लागू होना सही नहीं है. इतना टैक्स तो बहुत गलत है. पार्किंग के लिए और जगह की व्यवस्था करनी चाहिए. हालांकि सरकार की इस बात से कई लोग खुश भी हैं क्योंकि इससे लोगों के पार्किंग सेंस में सुधार आएगा.
दिल्ली में गाड़ियां अधिक और पार्किंग कम है
गौरतलब है कि दिल्ली में गाड़ियों की संख्या पार्किंग की तुलना में कहीं अधिक है. पूर्वी नगर निगम में सिर्फ 63 पार्किंग हैं और वहां 5882 गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. भूमिगत और मल्टीलेवल पार्किंग की संख्या 39 है और वहां 3855 गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं.
वहीं दक्षिणी नगर निगम की बात की जाए तो 106 जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था है. यहां 24500 गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. यहां 7 मल्टी लेवल और भूमिगत पार्किंग हैं. उत्तरी नगर निगम में 95 पार्किंग स्थल हैं जिनमें 24,600 गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं. 8 मल्टीलेवल और भूमिगत पार्किंग हैं और वहां 6433 गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं.
निगम तय करेगा पार्किंग शुल्क
ऐसा कहा जा रहा है कि दिल्ली में अभी ऐसा कोई नियम अभी तक लागू नहीं हुआ है. दिल्ली सरकार के यातायात मंत्री कैलाश गहलोत कहते हैं कि शुल्क तय करने का पावर निगम के पास है. दिल्ली में पार्किंग का 80 प्रतिशत जिम्मा निगम के पास है. वे दिल्ली में पार्किंग की व्यवस्था सुधारने की बात कहते हैं. वे लंदन के पार्किंग शुल्क का हवाला देते हुए कहते हैं कि मुफ्त की चीज अच्छी नहीं होती. लोगों में धीरे-धीरे सुधार आएगा.
वे अंत में कहते हैं आज दिल्ली में 1 करोड़ गाड़ियां हो चुकी हैं लेकिन पार्किंग की जगह बहुत कम है. ऐसे में निगम को भी पार्किंग की जगहें बनाना चाहिए. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस वजह से यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा.