दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव कोई नई बात नहीं लेकिन पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने राजधानी के बड़े हिस्से में इस बार जलभराव देखा गया. वहीं अब इस मसले पर एमसीडी ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए चुनौती दी है कि वो एमसीडी के नालों में गाद दिखाएं नहीं तो इस्तीफा दें.
दिल्ली सरकार हो या एमसीडी अब तक दोनों ही दिल्ली में जलभराव के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते आते आए हैं. लेकिन अब एमसीडी ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए दिल्ली सरकार को चुनौती दे डाली है कि वो एमसीडी के नालों में गाद दिखा दें. नॉर्थ दिल्ली के मेयर संजीव नैय्यर और साउथ एमसीडी के नेता सदन ने दिल्ली सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि यदि सरकार उनके नालों में गंदगी दिखा दे तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
निकाली जा चुकी है कई मीट्रिक टन गाद
आपको बता दें कि दिल्ली में गुरुवार से रोजाना हो रही बारिश के बाद से अब तक साउथ दिल्ली में 127, नॉर्थ दिल्ली में 55
तो वहीं पूर्वी दिल्ली में लगभग 27 वॉटरलॉगिंग की शिकायतें सामने आ चुकी हैं. वहीं नालों से गाद निकालने की बात करें तो नॉर्थ दिल्ली ने उसके अंतर्गत आने वाले 186 नालों से 9830 मीट्रिक टन गाद निकाली है तो वहीं साउथ दिल्ली में 265 नालों से अबतक 43,960 मीट्रिक टन गाद निकाली है.
इस बार भी बारिश से बेहाल है दिल्ली
कुल मिलाकर एमसीडी और पीडब्लूडी के अपने-अपने दावे हैं लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर किसकी लेटलतीफी या यूं कहें
कि लापरवाही के कारण दिल्ली को हर साल की तरह इस साल भी जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है.