दिल्ली में जहां एक तरफ मेयर धरने पर बैठे हैं वहीं निगम में बजट पेश किया जा रहा है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने अपना बजट पेश किया और कोरानाकाल में करों को न थोपकर हाथ हल्का रखा गया है. अगर आपकी संपत्ति 25 लाख रुपये से ज्यादा की है तो 1 फीसदी ट्रांसफर ड्यूटी ज्यादा चुकानी होगी. इसे छोड़ दें तो बजट में किसी भी तरह के टैक्स के बारे में कोई प्रस्ताव नही है. आइए जानते हैं उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बजट की बड़ी बातें..
बनेंगी 17 मल्टी लेवल कार पार्किंग
बजट प्रस्तावों की मानें तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम 17 नये मल्टी लेवल कार पार्किंग बनाएगी, जिसमें 12 हजार 915 कारों को पार्क करने की सुविधा मिल सकेगी. 500 कारों के लिए शिवा मार्केट पीतमपुरा, 2368 कारों के लिए गांधी मैदान, 174 कारों के लिए कुतुब रोड, 600 कारों के लिए संत नगर-रानी बाग, 3150 कारों के लिए ईदगाह रोड, 577 कारों के लिए शास्त्री पार्क, 464 कारों के लिए राजेंद्र नगर, 288 कारों के लिए यू एंड वी ब्लॉक शालीमार बाग, 350 कारों के लिए एसी ब्लॉक शालीमार बाग, 500 कारों के लिए बैंक रोड करोलबाग, 580 कारों के लिए मादीपुर, 470 कारों के लिए उद्योग नगर, 324 कारों के लिए पंजाबी बाग, 1 हजार कारों के लिए नागलोई, 1 हजार कारों के लिए मुंडका मेट्रो स्टेशन, 350 कारों के लिए आरजी कॉम्पलेक्स पहाड़गंज, 250 कारों के लिए प्रताप नगर कार पार्किंग का निर्माण प्रस्तावित है. दावा है कि ज्यादातर कार पार्किंग के निर्माण का काम शुरू हो गया है.
जर्जर शौचालयों की जगह लेंगे कॉफी शॉप
वहीं, अब जर्जर और खराब पड़े टायलेट को तोड़कर वहां पर जिम, कॉफी शॉप व सायबर कैफे खोला जाएगा. साथ ही हर तीन किलोमीटर पर ई- व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगाने की नीति लाने की बात प्रस्ताव में कही गई है.
राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन, पार्कों में इस्तेमाल होगी वेस्ट प्लांट की जैविक खाद
इसके अलावा दिल्ली के सबसे कम लागत वाले प्लांट की जैविक खाद राष्ट्रपति भवन पहुंचेगी जो मुगल गार्डन में इस्तेमाल होगी. एक मिट्रिक टन जैविक खाद राष्ट्रपति सचिवालय को सौंप दी गई है. इस प्लांट में जैविक खाद को बनाने के लिए अपशिष्ट कूड़े में थोड़ी मिट्टी, पुरानी खाद और लकड़ी का बुरादा मिलाया जाता है और फिर इस खाद को अलग-अलग माड्यूल जैसे ड्रम कंपोस्टर, अलग-अलग आकार के जाली बक्से में तैयार किया जाता है. खाद बनाने के लिए सिर्फ तीन सप्ताह का समय लगता है. टैगोर गार्डन का प्लांट दिल्ली का सबसे लागत वाला कंपोस्ट प्लांट है इस प्लांट की कुल लागत सिर्फ 50,000 रुपये है.
इस मसले पर पश्चिमी जोन की उपायुक्त डॉ सोनल स्वरूप ने बताया, "जैविक खाद टैगोर गार्डन के 2 टी.डी.पी. एरोबिक कंपोस्ट प्लांट द्वारा बनाई गई है. इस प्लांट द्वारा प्रतिदिन 2 टन गीले कूड़े का निष्पादन किया जाता है जो आसपास के क्षेत्रों से एकीकृत होता है. यह जैविक खाद बहुत ही उपयोगी है इसीलिए आज हमने इसे राष्ट्रपति सचिवालय में दिया ताकि इसका इस्तेमाल मुगल गार्डन और राष्ट्रपति भवन के पार्कों में इस्तेमाल किया जा सके."
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