शाहदरा और जगतपुरी में रहने वाले लोग इन दिनों डेंगू के डर से परेशान हैं. यहां पर डेंगू से दो महिलाओं और एक पुरुष की जान जा चुकी है. जगतपुरी की मीना को डेंगू होने पर गुरु तेग बहादुर अस्पताल (जीटीबी) में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. अब डेंगू ने उनकी बेटी को अपनी चपेट में ले लिया है, वो भी जीटीबी अस्पताल में भर्ती है.
मॉडर्न शाहदरा की रहने वाली कुसुम की मौत भी डेंगू की वजह से हुई. उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनके पति का कहना है कि साफ-सफाई नहीं होने से डेंगू फैला है.
जीटीबी में 260 मरीज भर्ती हैं और जिस तरह से पूरा इलाका डेंगू की चपेट में है, उसे देखते हुए अस्पताल में अलग से डेंगू वार्ड बना दिया गया है, ताकि लोगों को सही इलाज मिल सके. डेंगू के बढ़ते खतरे के लिए लोग ईस्ट एमसीडी को कोस रहे हैं. लोगों का आरोप है कि वक्त पर अगर सफाई और फॉगिंग की गई होती तो हालात इस कदर खराब नहीं होते.