नॉर्थ एमसीडी में स्थायी समिति अध्यक्ष तिलकराज कटारिया ने 2018-19 के बजट प्रस्ताव को पेश किया है. इसमें घोषणा की गई है कि दिल्ली की सड़कों पर रात को बस पार्क करने पर उनसे नाईट चार्ज वसूला जाएगा.
नार्थ एमसीडी के अंतर्गत आईएसबीटी कश्मीरी गेट का इलाका आता है, जिसके पास बड़ी संख्या में सड़कों पर बसें खड़ी होती हैं. अब निगम इनसे नाईट चार्ज वसूलने की तैयारी कर रहा है. जिसका जिक्र तिलकराज कटारिया ने अपने बजट भाषण में किया है. इसके अलावा सम्पति कर में कमिश्नर की ओर से प्रस्तावित बढ़ोतरी को भी कटारिया ने खारिज कर दिया है. स्टार्ट अप इंडिया के तहत महिला उद्द्यमियों को व्यवसाय शुरू करने पर प्रॉपर्टी टैक्स और लाइसेंस फीस पर 2 फीसदी की छूट का प्रावधान भी रखा है. कटारिया ने अपने बजट भाषण में कहा कि कई बार देखा गया है कि बैंक्वेट हॉल के बाहर शादियों के दौरान सड़क पर या पब्लिक लैंड पर गाड़ियां पार्क कर दी जाती है. लेकिन अब से ऐसा करने पर उनसे पार्किंग चार्ज लिया जाएगा.
चोर दरवाज़े से बढ़ाया हाउस टैक्स: AAP
दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि स्थायी समिति अध्यक्ष सम्पति कर की दरों पर झूठ बोल रहे हैं. नार्थ एमसीडी में नेता विपक्ष राकेश कुमार ने आरोप लगाया है कि बजट की विशेष बैठक में स्थाई समिति के अध्यक्ष द्वारा सम्पति कर की दरों को ना बढ़ाने की घोषणा सिवाए कोरे झूठ के कुछ नहीं है. राकेश कुमार ने आरोप लगाया कि कटारिया ने 3 जनवरी 2018 को स्थाई समिति की बैठक में रिहाइशी और कमर्शल संपत्ति कर की दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया, लेकिन अब निगम की बजट सभा में सम्पति कर ना बढ़ाने की झूठी घोषणा करके दिल्ली की जनता से झूठ बोलने का काम किया है.
गुरूवार को दिलीप पांडे ने भी कहा कि ‘रिहायशी सम्पतियों की साल 2017-18 के लिए ‘ए ‘ और ‘बी’ श्रेणी के लिए सम्पत्ति कर लगाने की दर 12 प्रतिशत थी. सी,डी और ई श्रेणी कि सम्पत्ति कर दर 11 प्रतिशत थी तथा एफ.जी.एच श्रेणी की 7 प्रतिशत संपत्ति कर दर थी. जबकि हाल ही में स्थाई समिति ने साल 2018-2019 के लिए इन दरों को बढाकर ए श्रेणी के लिए 20 प्रतिशत, बी श्रेणी के लिए 18 प्रतिशत, सी, डी और ई श्रेणीयों के लिए 14 प्रतिशत और एफ,जी और एच श्रेणीयों के लिए 9 प्रतिशत कर दिया था. नार्थ एमसीडी में नेता विपक्ष राकेश कुमार ने कहा कि ‘इसी प्रकार विशेष गैर आवासीय संपत्तियों (जैसे गेस्ट हाउस,पेइंग गेस्ट हाउस) तथा गैर आवासीय संपत्तियां (उपरोक्त दोनों के अलावा उद्द्योगिक संपत्तियों एवं 150 वर्ग मीटर अच्छादित क्षेत्र से कम के डॉक्टर क्लिनिक ) की पूर्व में वर्ष 2107-18 के लिए सम्पत्ति कर की दरें जोकि सभी श्रेणियों के लिए 15 प्रतिशत थी, उसको स्थाई समिति ने 18 प्रतिशत तक बढ़ा दिया. अब स्थाई समिति के सम्पत्ति कर के मामले में झूठ बोल रहे हैं.
कटारिया ने दी सफाई
करों में बढ़ोतरी पर आम आदनी पार्टी के आरोपों पर जब हमने स्थायी समिति अध्यक्ष तिलकराज कटारिया से बात की तो उन्होंने कहा कि 3 जनवरी को हुई बैठक के बाद जब उसके मिनट फाइनल किये गए, तब वहां प्रिंट की गई दरों को ठीक करवाना रह गया था. कटारिया ने कहा कि बजट की विशेष सभा से पहले राकेश कुमार उनसे मिले थे और इस गलती के बारे में उन्हें बताया दिया गया था. इसके बावजूद उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं को भ्रामक जानकारी दी.