नॉर्थ दिल्ली में अवैध रूप से चल रहे कोचिंग सेंटरों पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने बड़ी कार्रावाई की है. नॉर्थ एमसीडी ने अवैध रूप से चल रहे 32 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है. इसके अलावा 33 अन्य कोचिंग सेंटरों को भी बंद कर दिया गया है.
निगम के मुताबिक उसे लंबे वक्त से शिकायत मिल रही थी कि उत्तरी दिल्ली के मुखर्जी नगर और उसके आसपास के इलाकों में अवैध रूप से ऐसे कोचिंग सेंटर चल रहे हैं. जिसके लिए ना तो निगम से इजाज़त ली गई थी और ना ही ये कोचिंग सेंटर मास्टर प्लान 2021 के नियमों पर खरे उतर रहे थे.
शिकायतों के बाद नॉर्थ एमसीडी ने गुपचुप तरीके से ऐसे कोचिंग सेंटरों का सर्वे कराया था. सर्वे के बाद 334 ऐसे कोचिंग सेंटर पाए गए जो मास्टर प्लान 2021 के अनूरूप नहीं थे. सर्वे के बाद निगम के सिविल लाइंस ज़ोन के बिल्डिंग विभाग ने इस हफ्ते में 32 अवैध कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है. इसके अलावा जिन कोचिंग सेंटरों को नॉर्थ एमसीडी ने नोटिस जारी किए थे उनमें से 33 कोचिंग सेंटरों को बंद कर दिया गया है. इस बाबत कोचिंग संचालकों और संपत्ति मालिकों ने नॉर्थ एमसीडी को एफिडेविट और बॉन्ड के ज़रिए कोचिंग सेंटरों को बंद करने की सूचना दे दी है.
निगम अधिकारियों के मुताबिक सर्वे अभी भी जारी है. निगम ने कोचिंग सेंटर संचालकों से अपील की है कि वो अवैध रूप से चल रहे कोचिंग सेंटरों को खुद बंद कर दें नहीं तो निगम की बिल्डिंग विभाग उन्हे सील कर देगा.
कोचिंग का गढ़ है मुखर्जी नगर
आपको बता दें कि मुखर्जी नगर और उसके आसपास के इलाकों में हज़ारों की तादाद में कोचिंग सेंटर हैं. इसकी बड़ी वजह है इस इलाके का दिल्ली विश्वविद्यालय के नज़दीक होना. हज़ारों छात्र कोचिंग सेंटरों के लिए मुखर्जी नगर का रुख करते हैं. इसके अलावा मुखर्जी नगर में बड़ी संख्या में प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कराने वाले भी कोचिंग सेंटरों की भरमार है. जहां देश भर से छात्र IAS/IPS और विभिन्न प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करने आते हैं.