कैशलेस की राह हर जगह फिलहाल स्मूथ नही हैं क्योंकि छोटी मोटी ज़रूरी चीज़े आज भी जहां और जिनके पास मिलती हैं वहा कैशलेस की राह थोड़ी मुश्किल हैं. सब्जी और फल रोज़ की ज़रूरी चीज़ें हैं जिसे खरीदने के लिए हमें कैश ही चाहिए क्योंकि सब्जी की छोटी सी रेहड़ी हो या सब्जी मंडी हर जगह सिर्फ कैश चलता है.
अब ऐसे में यहां कैशलेस मुश्किल है. कुछ व्यापारियों ने शुरुआत की भी हैं तो उनके पास सिर्फ 5 प्रतिशत पेमेंट paytm से आती हैं. कुछ व्यापारी ऐसे भी हैं जो अब paytm लगाने की सोच रहे हैं, क्योंकि धंधा तो वैसे ही मंदा हैं और कुछ लोग कैश की वजह से वापस चले जाते हैं तो और नुकसान हो जाता है. इसलिए धीरे-धीरे कैशलेस की राह पर लोग निकल रहे हैं.
ऐसे ही किराना व्यापारी भी थोक का माल नकदी में ही खरीदते हैं और फिर paytm से पेमेंट लेना इनके लिए भी दुखदाई है. इसके अलावा paytm की लिमिट भी व्यापारियों को पूरी तरह कैशलेस नहीं होने देती. कुल मिलाकर लोग चाहते तो हैं लेकिन अभी कैशलेस पर लोगों का भरोसा बनने में थोड़ा समय लगेगा, और साथ ही पूरी तरह कैशलेस होगा तभी हर कोई इसे बिना झिझक और सवालों के इस्तेमाल कर पाएगा?