एक एनआरआई पिछले तीन दिनों से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर ही फंसे रहे. वह बहरीन में रहते हैं और भारत अपने घरवालों से मिलने आए थे. जिस बैग में उनका पासपोर्ट था, वह बैग गलती से किसी और यात्री के साथ चला गया था. उनके पास ना फोन है, ना पैसे कि खाना खरीद सके. हालांकि सोमवार की शाम को कनाडा से पासपोर्ट मंगवा लिया गया था.
क्या था मामला ?
सत्येंद्र सिंह भारत अपने माता-पिता से मिलने आए थे, जो लखनऊ में रहते हैं. गत शनिवार वह दिल्ली एयरपोर्ट पर वापसी के लिए पहुंचे थे. लेकिन सिक्योरिटी चैकिंग के दौरान उनका बैग गलती से किसी दूसरे कनाडा जाने वाले यात्री के साथ चला गया था. कठिनाई यह भी थी कि अब उनके पास ना तो कपड़े हैं और ना ही पैसे. पूरी रात उन्हें फर्श पर ही बितानी पड़ी.
सत्येंद्र सिंह ने बताया कि सिक्योरिटी चैकिंग के दौरान उन्होंने बैग स्कैनर में डाला, और जैसे ही सिक्योरिटी से बाहर आया, तो देखा मेरा बैग वहां नहीं था. सीसीटीवी कैमरे में चैक करने के बाद पता चला कि बैग कनाडा जाने वाले यात्री के साथ चला गया है. जबतक हमें पता चला इतने वो यात्री जा चुका था. विमान कनाडा के लिए रवाना हो चुका था.
आपको बता दें कि एनआरआई अब वापस लखनऊ भी नहीं जा सकते क्योंकि उनके पासपोर्ट की अवधि समाप्त हो चुकी है. उन्होंने कहा कि मैंने अपनी फैमिली को भी सूचित किया. परिवार वाले पैसे भेजने को भी तैयार थे. लेकिन परिवार के पास कोई रास्ता नहीं के वे उनसे बात कर सकें.
आखिर में रविवार को उन्हें लॉंज में शिफ्ट कर दिया गया था और अभी भी वह लॉंज में ही हैं. साआईएसएफ के अनुसार सिक्योरिटी प्रोटोकॉल की वजह से जब तक उनके पास पासपोर्ट नहीं आता उन्हें वापस नहीं भेजा जा सकता.
एयर इंडिया के प्रवक्ता के अनुसार सिंह को सारी सुविधाएं दी गई थी. खाना भी लॉंज में समय पर ही दिया गया था.