आरुषि-हेमराज डबल मर्डर केस में सीबीआई के जांच अधिकारी ने सीधे तौर तलवार दंपति पर उंगली उठाई है. जांच अधिकारी ने गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट में दिए अपने बयान में कहा है कि दोनों ने मिलकर आरुषि और हेमराज की हत्या की. यही नहीं दोनों ने उसके बाद सबूत मिटाने की साजिश भी रची.
CBI अधिकारी से जिरह खत्मबहुचर्चित आरुषि हेमराज डबल मर्डर केस में अब शिकंजा पूरी तरह आरूषि के माता पिता राजेश और नूपुर तलवार के इर्द गिर्द कसता नजर आ रहा है. सीबीआई ने दो टूक कह दिया है कि तीनों नौकर पूरी तरह निर्दोष हैं और ये दोहरा हत्याकांड तलवार दंपति ने ही अंजाम दिया है. इस मामले की जांच कर रहे सीबीआई के जांच अधिकारी एजीएल कौल ने सिलसिलेवार तरीके से बताया कि किस तरह देश की सबसे मर्डर बड़ी मर्डर मिस्ट्री को अंजाम दिया गया.
क्या हुआ था 16 मई 2008 की रात
इस मामले की जांच कर रहे सीबीआई के जांच अधिकारी ए.जी.एल. कौल ने जो ब्यौरा अदालत में दिया है वो रौंगटे खड़े करने वाला है. यह बताता है कि कैसे तलवार दंपति ने पूरे होशो-हवास में अपनी बेटी समेत दो जानें ली और फिर शातिराना तरीके से सबूत मिटाए.
सीबीआई के मुताबिक वारदात की रात 12 बजे डॉ.राजेश तलवार को आरुषि के कमरे से आवाज सुनाई दी. वो गए तो आरुषि और हेमराज को आपत्तिजनक हालत में पाया. इस पर गुस्से से पागल तलवार ने एक के बाद एक आरुषि और हेमराज पर गोल्फ स्टिक से कई वार किए. इस दौरान आरुषि की मौत हो गई और हेमराज बेहोश हो गया. इसके बाद तलवार दंपति ने हेमराज को छत पर ले जाकर उसका सर्जिकल ब्लेड से गला रेत दिया और नीचे आकर आरुषि का भी गला रेत दिया.
सीबीआई के मुताबिक आरुषि की मां नूपूर ने भी सबूत मिटाने का काम किया. उन्होंने आरुषि के प्राइवेट पार्ट की सफाई की और फिर आरुषि को कपड़े पहनाए.
CBI ने ही दी क्लीन चिट, अब कातिल बता रही है
सीबीआई के जांच अधिकारी से तलवार के वकील ने 50-60 सवाल किए. उनके वकील तनवीर अहमद मीर ने जिरह की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जो सीबीआई अब तक इस मर्डर मिस्ट्री में सबूत ना मिलने की बात कह रही थी और तलवार दंपति को क्लीन चिट देने का काम भी कर चुकी थी, अब वही सीबीआई तलवार दंपति को ही कातिल बता रही है. सीधा सबूत अब भी नहीं है. अब देखना यह है कि बचाव पक्ष सीबीआई की दलीलों की क्या काट निकालता है और सबसे बड़ा सवाल कि क्या कभी आरुषि को इंसाफ मिल पाएगा.