scorecardresearch
 

दिल्ली में नर्सरी एडमिशन बना टेढ़ी खीर, नए नियम से मुसीबत

दिल्ली के नर्सरी स्कूलों में एडमिशन में पारदर्शिता के लिए ऐसे नियम बनाए गए हैं जिससे लोगों को खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं. नई गाइडलाइंस के मुताबिक, छात्र के 6 किलोमीटर के दायरे में अगर कोई स्कूल है तो उसे वरीयता दी जाएगी लेकिन दक्षिणी दिल्ली में कई इलाके ऐसे हैं जिसके 6 किलोमीटर के दायरे में कोई अच्छा स्कूल भी नहीं है.

Advertisement
X
नर्सरी एडमिशन
नर्सरी एडमिशन

दिल्ली के नर्सरी स्कूलों में एडमिशन में पारदर्शिता के लिए ऐसे नियम बनाए गए हैं जिससे लोगों को खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं. नई गाइडलाइंस के मुताबिक, छात्र के 6 किलोमीटर के दायरे में अगर कोई स्कूल है तो उसे वरीयता दी जाएगी लेकिन दक्षिणी दिल्ली में कई इलाके ऐसे हैं जिसके 6 किलोमीटर के दायरे में कोई अच्छा स्कूल भी नहीं है.

Advertisement

दिल्ली में नर्सरी एडमीशन के लिए नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं. लेकिन इन नियमों के मुताबिक, उन जगहों के लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ेंगी जिनके घरों के कई किलोमीटर तक के रेडियस में अच्छे स्कूल नहीं हैं.

दिल्ली का किशनगढ, छतरपुर, महरौली, फतेहपुरबेरी, देवली, बदरपुर, प्रहलादपुर ये कई ऐसे इलाके हैं जिनके आस-पास कोई अच्छा प्राइवेट स्कूल नहीं है और अगर है भी तो बच्चों की तादाद को देखते हुए वे नाकाफी हैं. इस नए नियम के चलते अभिभावक अभी से ही काफी परेशान हैं.

अभिभावक बीना गुप्ता ने कहा, 'यह नियम बहुत गलत है क्योंकि हमारे घर के 8 किलोमीटर के आस-पास कोई अच्छा स्कूल नहीं है.' बिंदु सक्सेना ने कहा, 'इस नियम से दिक्कत यह होगी कि दूर के स्कूलों में एडमिशन नहीं हो पाएंगे और पास के स्कूलों में एडमिशन में दिक्कत आएगी.'

Advertisement

कुछ लोगों का यह भी कहना है कि साउथ दिल्ली में साकेत, मालवीय नगर व हौजखास के इलाके ही ऐसे हैं जहां काफी अच्छे स्कूल हैं और इसके चलते उन इलाकों से दूर रहने वाले अभिभावकों एडमिशन कराने में बहुत परेशानी होगी.

Advertisement
Advertisement