राजधानी दिल्ली में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. डेंगू से एक और महिला की मौत ने इस समस्या के विकराल रूप को लाकर सामने रखा है. यह महिला लाजपतनगर की रहने वाली थी. 40 वर्षीय महिला मोनिका बैहल की मौत हो गई. पिछले 4 दिन से मूलचंद अस्पताल में डेंगू के तेज़ बुखार से ग्रसित होने के बाद भर्ती थीं. जिसके बाद लगातार अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था कि लेकिन बावजूद उसके उसकी तबियत लगातार बिगड़ती जा रही थी.
19 साल का रिकॉर्ड टूटा
डेंगू बुखार मच्छरों के काटने से होने वाली एक दर्दनाक बीमारी है. यह चार किस्मों के डेंगू वायरस के संक्रमण से होती है, जो मादा एडीस मच्छर के काटने से फैलता है. दिल्ली में इस साल अबतक 12 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है. राजधानी में डेंगू ने 19 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. 1996 के बाद डेंगू से राजधानी में होने वाला ये सबसे बड़ा नुकसान है.
दिल्ली सरकार बुला सकती है विशेष सत्र
डेंगू की समस्या को देखते हुए दिल्ली कैबिनेट विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने पर विचार कर रही है. सरकार ने डेंगू के मरीजों को भर्ती नहीं करने की खबरों के बीच शहर के सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम के प्रबंधकों को समन भेजा है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मंगलवार की शाम को बैठक करेंगे.
मरीजों का इलाज करने का निर्देश
सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के सभी निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम के प्रबंधकों को एक बैठक के लिए बुलाया है. इस बैठक में निजी अस्पताल और नर्सिंग होम के प्रबंधकों को कड़ा आदेश दिया जाएगा कि वह डेंगू के एक भी संदिग्ध मरीज को भर्ती करने से मना नहीं करें.'
केंद्र सरकार की भी तैयारी
दिल्ली में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कदम उठाया है और सभी जरूरी दवाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है.