सोशल मीडिया पर दोस्त बनाना बहुत कॉमन होता जा रहा है, लेकिन ऐसा करना आपको कभी बहुत महंगा भी पड़ सकता है. साउथ दिल्ली की 70 वर्षीय डॉक्टर आशा सेठी को उनके ऑनलाइन दोस्त ने 30 लाख रुपये का चूना लगाया. कोलिंग मार्क मरे ने खुद को यूके बेस्ड मरीन इंजीनियर बताकर डॉ. सेठी को दोस्त बनाया था.
डॉ. सेठी ने बताया कि मई 2014 में Tagline प्रोफाइल के जरिए कोलिंग ने उनसे पहली बार संपर्क किया था. उसने खुद को मरीन इंजीनियर बताया और कहा कि उसे मेरी प्रोफाइल अच्छी लगी. सेठी के मुताबिक, 'मैंने स्काइप के जरिए उससे वॉइस चैट करना शुरू किया लेकिन वो कभी वीडियो कॉल पर नहीं आया. स्काइप पर बस उसकी एक फोटो दिखती थी. उसने मुझसे वादा भी किया था कि वो भारत आकर मुझसे मिलेगा.'
कोलिंग ने जल्द ही डॉ. सेठी को फांसने का जाल बुना. उसने डॉ. सेठी को कहा कि वो कहीं फंस गया है और उसने केबिन सेफ बॉक्स में ढाई लाख पाउंड जमा कर रखे हैं. कोलिंग ने डॉ. सेठी से उनका पता मांगा ये पैसे भेजने के लिए. 12 मई को डॉ. सेठी के पास कोलिंग का फोन आया और उसने उन्हें 5 लाख रुपये जमा कराने के लिए कहा लेकिन कुछ दिन बाद ऐसा करने के लिए मना कर दिया. उसने कहा कि वो किसी और रिप्रेजेंटेटिव को पैसों के साथ भेज रहा है.
डॉ. सेठी ने कहा, 'मेरे पास किसी जॉर्ज नाम के शख्स का फोन कॉल आया. जिसने मुझे बताया कि वो मुंबई पहुंच गया है और जल्द ही सामान के साथ दिल्ली पहुंचेगा.'
वो शख्स एक सूटकेस के साथ मेरे घर पहुंचा और मुझसे कहा कि उसे नोट साफ करने होंगे, क्योंकि उनके ऊपर केमिकल है. डॉ. सेठी ने बताया, 'उसने मुझसे एक प्लेट, पानी और दस्ताने लाने के लिए कहा. उसके बाद उसने केमिकल और पानी को प्लेट में डाला. उसने 9 50 पाउंड के नोट साफ किए.'
कोलिंग ने डॉ. सेठी को और केमिकल खरीदने के लिए 35 लाख रुपये देने के लिए कहा. उन्होंने 30 लाख रुपये अपनी दोस्त से उधार लेकर कोलिंग को दिए. जब उसने और पैसे मांगे तो डॉ. सेठी ने अपनी बेटी को इसकी जानकारी दी और पुलिस को भी सूचना दी. दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है.