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'दिल्ली में खतरनाक स्तर तक पहुंचा ओजोन का लेवल'

राजधानी दिल्ली के लुटियंस जोन के सिविल लाइन जैसे वीवीआईपी इलाकों में ओजोन की मात्रा खतरनाक स्तर से कई गुना ज्यादा हो गई है. ये खुलासा सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट (CSE) के एक शोध के बाद हुआ है. यहां तक कि दिल्ली के बड़े हॉस्पिटल और मुख्यमंत्री के घर के आसपास भी ओजोन की मात्रा मानक से 2-3 गुना ज्यादा है.

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राजधानी दिल्ली के लुटियंस जोन के सिविल लाइन जैसे वीवीआईपी इलाकों में ओजोन की मात्रा खतरनाक स्तर से कई गुना ज्यादा हो गई है. ये खुलासा सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट (CSE) के एक शोध के बाद हुआ है. यहां तक कि दिल्ली के बड़े हॉस्पिटल और मुख्यमंत्री के घर के आसपास भी ओजोन की मात्रा मानक से 2-3 गुना ज्यादा है.

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राजधानी दिल्ली में वायु प्रदुषण लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बना हुआ है. शुक्रवार को दुनियाभर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है लेकिन उससे पहले CSE ने अपने एक शोध में बड़ा खुलासा किया है कि दिल्ली में लुटियंस जोन में ओजोन की मात्रा कई गुना बढ़ गई है जो सेहत के लिए काफी खतरनाक है.

CSE ने अपने दो महीने के शोध के बाद बढ़ते हुए ओजोन को लेकर चिंता जताई है. गर्मी के दिनों में ओजोन का लेवल और ज्यादा बढ़ जाता है जो सांस की बीमारी और शरीर में कई तरह की खतरनाक बीमारियों को बढ़ा सकता है. इससे बचने के लिए दिल्ली सरकार को एक सख्त गाइडलाइन बनाने की जरूरत है.

CSE की कार्यकारी निदेशक अनुमिता रॉय चौधरी के मुताबिक, दिल्ली में सबसे पहले डीजल गाड़ियों पर रोक लगानी होगी क्योंकि डीजल गाड़ियों से निकलने वाली नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी खतरनाक गैसों की वजह से ओजोन का लेवल सबसे ज्यादा बढ़ता है. अगर ओजोन के लेवल को मेंटेन करके रखना है तो सबसे पहले डीजल गाडियों पर बैन लगाना होगा.'

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