बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार यानी दशहरा का दिन इस बार खास होने वाला है. बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाते हुए हर बार रावण कुंभकरण, मेघनाथ के पुतलों के साथ इस बार एक और पुतले को दहन किया जाएगा. अंहकार के स्वामी रावण के पुतले के साथ इस बार 'पाकिस्तान' भी जलेगा.
अब आप सोच रहे हैं कि ऐसा कैसे मुमकिन है. लेकिन इस बार वो होगा जो पहले कभी नहीं हुआ. देश की सबसे बड़ी रामलीलाओं में से एक लव कुश रामलीला में इस बार ऐसा ही कुछ होने जा रहा है. रावण के पुतले के साथ इस बार पाकिस्तान का पुतला भी जलाया जाएगा. लव कुश रामलीला के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया- 'पाकिस्तान ने जो उरी में हमारे जवानों के साथ किया वो बहुत ही गलत था, जिसको लेकर आम जनता में काफी गुस्सा है, दशहरे का त्यौहार हर बुराई के अंत को दर्शाता है और आज आतंकवाद हमारे समाज की सबसे गंदी बुराई है जिसे पाकिस्तान जैसे देश की पनाह मिली है, पाकिस्तान का पुतला जला कर हम ये संदेश देना चाहते हैं कि भारत आतंकवाद के सामने घुटने नहीं टेकेगा'.
पुतला बनाने वाले कलाकारों में भी काफी उत्साह है. सालों से रावण का पुतला बनाते आ रहे कलाकार संजय ने बताया- 'हम इस बार रावण के पुतले के साथ आतंकवाद का पुतला भी बनाएंगे, हमने अपने पोस्टर्स पर भी विज्ञापन दे दिया है, अगर किसी को ऐसा पुतला बनवाना हो तो हम तैयार है, और ये पुतला आम पुतलों से एक दम अलग होगा'.
हालांकि दशहरे में अभी 6 दिन बाकी हैं कलाकारों के मुताबिक रावण के पुतलों की डिमांड 3 दिन पहले ही आनी शुरू होती है. दिल्ली के अलावा आसपास के शहरों में भी पुतला सप्लाय करने वाले कलाकार अजय ने बताया 'मेरे पास नवाज़ शरीफ का पुतला बनाने की डिमांड सोनीपत से आई थी, हालांकि अभी ग्राहक ने ऑडर कन्फर्म नहीं किया है, अगर दशहरे से एक दिन पहले भी ऐसा ऑडर आता है तो हमारी तैयारी पूरी है'.
साफ है कि उरी में हुए आतंकवादी हमले से एक तरफ हर हिंदुस्तानी के दिल में पाक हुकुमत और उनके हुकमरानों के प्रति काफी रोष है तो दूसरी तरफ सर्जिकल ऑपरेशन से ऑर्मी पर गर्व भी. ऐसे में रावण के साथ पाकिस्तान औऱ नवाज़ शरीफ के पुतलों को जलाने का मकसद सिर्फ यही है कि एक स्ट्रॉन्ग मेसेज दुनिया को जाए कि भारत हर आतंकवादी सिचुएशन को मुंह तोड़ जवाब देने का माद्दा रखता है.