दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव के लिए चार दिसंबर को मतदान है. बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने पूरी ताकत लगा रखी है. ऐसे में प्रदेश के सियासी मिजाज को समझने के लिए आजतक ने 'एमसीडी पंचायत' कार्यक्रम रखा है. जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने शिरकत की और उन्होंने दिल्ली की केजरीवाल सरकार की फ्री बिजली-पानी-शिक्षा को लेकर जमकर निशाना साधा.
बीजेपी नेता और केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि बीजेपी न तो राजाओं की पार्टी है और न ही राजों की तरह व्यवहार करने वाले नेताओं की पार्टी है. बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है और लोगों की पार्टी है. उन्होंने कहा कि बेहतरी करने वाले लोग दिल्ली में आकर बसते हैं. दिल्ली में बहुत आय वर्ग से लोग नहीं है तो दिल्ली में रहने वाले लोग आईपीएस और आईएएस बनाने का ख्वाब रखते हैं. यही दिल्ली को दूसरे राज्यों से अलग करती है. दिल्ली में जनता ने 15 साल तक काम करने का मौका दिया है तो कुछ विश्वास ही रहा होगा. टिकट बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि वार्ड बदले हैं और समीकरण बदले हैं. पार्टी की एक व्यवस्था है. उस लिहाज से टिकट दिए जाते हैं.
केजरीवाल की जान के खतरा के सवाल पर मीनाक्ष लेखी ने कहा कि मनोज तिवारी एक गायक और अभिनेता है. वो क्रिएटिव मानसिकता वाला शख्स हैं. उनसे कैसे खतरा हो सकता है. दिल्ली में अगर खतरा है किसी की जान को तो ताहिर हुसैन और अमानतउल्ला खान जैसे लोगों से. सात साल के अंदर आम आदमी पार्टी के 49 विधायकों के खिलाफ 169 केस है.
सत्येंद्र जैन पर क्या कहा?
उन्होंने कहा कि कोर्ट से कोई बरी होता है तो उसे बीजेपी कन्ट्रोल नहीं करती है. पुलिस केंद्र सरकार के पास है. लेकिन जेल प्रशासन की जिम्मेदारी केजरीवाल सरकार के पास है. सत्येंद्र जैन के सवाल पर मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जो लोग दुनिया को बेईमानी का शर्टिफिकेट देते हैं. छह महीने से उनका मंत्री जेल में बंद है. उसका इस्तीफा नहीं लेते हैं. जेल में मौज कर रहा है. जेल रिजार्ट नहीं है. कोई सरकारी नौकर होता तो सस्पेंड हो जाता है. सत्येंद्र जैन को क्यों मंत्री पद से नहीं हटाया जा रहा है, केजरीवाल की क्या मजबूरी है. छह बार जमानत रिजेक्ट हो चुकी है. जेल में उसे सब सुख सुविधाएं मिल रहीं हैं.
कूड़े के पहाड़ हटाने के सवाल पर मीनाक्षी लेखी ने कहा कि कूड़े के पहाड़ हटाने का काम शुरू हो गया है. दिल्ली में आज बीस मीटर कूड़े के पहाड़ कम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि कूड़े के पहाड़ क्यों बनता है, इसे समझना होगा. लोग अपना गीला कूड़ा और सूखा कूड़ा अलग-अलग नहीं करते हैं. दूसरा ये कि कूड़े का पहाड़ दो चार दिन में नहीं बना बल्कि यह 70 साल की लिगेसी है. 70 साल तक दिल्ली की जो व्यवस्थाएं रहीं, उसके चलते कूड़े के पहाड़ बने हैं. हम लोग अब प्रशासन में आए हैं.
उन्होंने कहा कि दुनिया भर के जितने विकसित शहर हैं, उन सब में अंदर भी लैंडफिल साइट होती थी. नई टेक्नोलाजी और नई व्यवस्थाओं के जरिए उन्हें ठीक किया गया. अब नई टेक्नॉलाजी और नई व्यवस्था के जरिए दिल्ली में 70 फीसदी वेस्ट एनर्जी प्लांट में जा रहा है. उससे कूड़ा पहाड़ में नहीं जा रहा है. इसके चलते आज बीस मीटर कूड़े के पहाड़ की ऊंचाई कम हो चुकी है. आने वाले समय में कूड़े के पहाड़ कम होंगे. कूंड़े के पहाड़ बीजेपी ने नहीं बनाया बल्कि दिल्ली की जनता ने जनरेट किया है. कूड़े को नष्ट करने की व्यवस्था नहीं थी, जिसके चलते डंप कर देते थे. लेकिन अब तकनीक बदली और समाज बदला. नई टेक्टनोलॉजी को लागू करने में जो संसाधन उपलब्ध कराना चाहिए था उसे केजरीवाल सरकार ने उपलब्ध नहीं कराया. ऐसे में केंद्र सरकार ने शहरी विकास मंत्रालय के जरिए कराया गया.
प्रदुषण के सवाल पर मीनाक्षी लेखी ने कि प्रदूषण की वजह से जो टैक्स लगाया जाता है. इस टैक्स को दिल्ली सरकार एकट्ठा करती है. 1200 करोड़ का टैक्स दिल्ली सरकार ने इकट्ठा किया था. कहा था कि इससे स्मॉक टावर लगाएंगे, लेकिन एक टावर लगाया. एमसीडी ने अपने पैसे से स्प्रिंकलर सिस्टम को सड़कों पर लगाया, उसे चलाया. एमसीडी के पास संसाधन की कमी है, उसके बावजूद किया. गौतम गंभीर ने निजी तौर पर पैसे खर्च करके कुछ काम किया है.
दिल्ली सरकार के 800 स्कूल में प्रिंसिपल नहीं
एमसीडी स्कूल के सवाल पर केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि एमसीडी चलाने वाले लोग विदेशी लोग को दिखाने में नहीं बल्कि काम करने में विश्वास करते हैं. एमसीडी 1500 स्कूल चलाती है. दिल्ली सरकार 1100 स्कूल चलाती है. दिल्ली सरकार के 800 स्कूल में प्रिंसपल नहीं है. एमसीडी स्कूल की बिल्डिंग के लिए कोई पैसा नहीं दिया. नगर निगम स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का ड्रेस, फीस, मिड डे मील तक फ्री है. दिल्ली सरकार एमसीडी स्कूलों को फंडिंग बंद कर रखी है. प्राथमिक स्कूल बच्चों के लिए कितने अहम हैं, उससे ही बच्चों का आगे का भविष्य बनता है. एमसीडी के स्कूल के बच्चों के लिए दिल्ली सरकार भेदभाव करती है. उन्होंने कहा कि स्कूल की बिल्डिंग और फर्नीचर कैसे है. ये महत्व नहीं है. एमसीडी अपने स्कूलों का प्रचार नहीं करती है.
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि बिजली का रेट 12 फीसदी बढ़ाया है. कितने लोग 200 यूनिट बिजली यूज करते हैं और कितने लोग उससे ज्यादा करते हैं. इसका डाटा निकालकर देख लीजिए कि दिल्ली की जनता क्या भुगत रही है. दिल्ली में एक तूफान आया था, जिसमें बिजली के तार टूट गए थे. इसके लिए संसद में हमने आवाज उठाया था, जिसके बाद 900 करोड़ रुपये मिले थे. इसके बाद भी दिल्ली में तार और ट्रांसफार्मर बदले गए थे.
मीनाक्षी लेखी ने फ्री पानी के सवाल पर केजरीवाल को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जितनी पानी की जरूरत है, उतना पानी नहीं मिल पा रहा. 40 फीसदी इलाके में पानी के पाइप ही नहीं पड़े हैं. दिल्ली में टैंकर माफिया हावी है. 21 नाले यमुना में जाते हैं. यमुना को सुधारने के लिए कोई काम नहीं किया. बसों की स्थिति यह है कि 6398 बसें थीं 2014-15 में, आज तीन हजार बसे हैं. दिल्ली में कितने हजार करोड़ रुपये सरकार लूज कर रही है. हम भी कह देंगे कि दिल्ली में व्यवस्था ही नहीं है, कुछ भी फ्री बांटते हैं. दिल्ली में बसे ही नहीं है तो फिर क्या चलेगी.
एमसीडी में बीजेपी के वादे
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि बीजेपी ने घोषणा पत्र जारी किया है. उसमें डिटेल से बताया कि हम क्या करने जा रहे हैं. कोविड के दौरान जिस तरह से 13 हजार लोगों को परमानेंट किया गया है. सारी सफाई की व्यवस्था एमसीडी ने की थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी. राशन की दुकानों पर इन्हें भ्रष्टाचार किया है. दिल्ली के अंदर 2350 गाड़ियां चलती हैं, कूड़े उठाने के लिए, कूड़े के ढेर को खत्म कर रहे हैं. पीडब्ल्यूडी के रोड पर कूड़े जमे हैं, जो दिल्ली सरकार का जिम्मा सफाई करने का है. दिल्ली में एक बेहतर सेवा दे सके. हैंडिल करने के लिए नहीं किया.