दिल्ली के पांडव नगर में हुए कत्ल का मामला सोमवार सुबह से गर्माया हुआ है. अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि जिस व्यक्ति की कथित तौर पर उसकी पत्नी और सौतेले बेटे ने दिल्ली में हत्या कर दी थी उसकी बिहार में एक और पत्नी और बच्चे हैं और उन्हें कई महीनों तक उसके लापता होने का कोई आभास नहीं था. बता दें कि आरोपी पूनम ने अपने बेटे दीपक के साथ मिलकर अपने पति के 10 टुकड़े कर दिए थे.
मामला उजागर होने के बाद पूनम (48) और दीपक (25) को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों ने मिलकर 30 मई को अंजन दास की हत्या कर दी थी और उसके शरीर के कई टुकड़ों को पूर्वी हिस्से में अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया था. टुकड़ों को फेंकने से पहले दोनों ने उसे फ्रिज में कई दिनों तक रखा था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अंजन दास की बिहार में एक पत्नी और आठ बच्चे हैं, वह उन्हें पैसे भेजता था.
कई दिनों बाद सामने आए शरीर के टुकड़े
चूंकि अंजन दास उसे 'नियमित अंतराल' पर पैसा नहीं भेजता था. इसलिए बिहार में उसके परिवार को उसके लापता होने का संदेह नहीं था और दिल्ली या बिहार में कोई गुमशुदगी दर्ज नहीं की गई थी. पुलिस ने कहा, हालांकि अंजन दास की 30 मई को नींद की गोलियों के साथ शराब पिलाने के बाद हत्या कर दी गई थी, लेकिन उसके शरीर के कुछ हिस्से 5 जून को पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी के रामलीला मैदान में एक बैग के अंदर पाए गए थे.
श्रद्धा मर्डर के बाद हुई जांच की वजह से हो सका खुलासा
अगले कुछ दिनों में उसके पैर, जांघ, खोपड़ी और एक हाथ बरामद किया गया, जिसके बाद पांडव नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाने और गलत जानकारी देने) के तहत मामला दर्ज किया गया. जब इस महीने की शुरुआत में श्रद्धा वॉकर हत्याकांड का भयानक विवरण सामने आना शुरू हुआ, तो यह भी जांच की गई कि क्या अज्ञात शरीर के अंग उसके थे. लेकिन बाद में पता चला कि ये टुकड़े एक आदमी के थे.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित सीसीटीवी कैमरे के एक फुटेज में एक महिला और एक पुरुष को दो बैग लेकर एक जून की रात 12 बजकर 43 मिनट पर एक सुनसान जगह में प्रवेश करते और 6 मिनट के बाद वापस जाते हुए देखा जा सकता है. इससे जांचकर्ताओं को शक हुआ और बाद में वे पूनम और दीपक तक पहुंचे. बताते चलें कि पूनम अंजन दास से 2011 में मिली थी. पुलिस के मुताबिक पूनम उसी बिल्डिंग में किराए का मकान लेकर रहती थी, जिसमें वह रह रही थी. 2016 में जब उसके पति कल्लू की मौत हो गई, तो वह दास के साथ रहने लगी.
'सौतेले बेटे की पत्नी पर थी बुरी नजर'
बाद में, उसे पता चला कि अंजन दास पहले से ही शादीशुदा था और बिहार में उसकी पहली पत्नी से आठ बच्चे थे. उसने पूनम से गहने और नकदी चुराना शुरू कर दिया और इसे अपनी पहली पत्नी को भेज दिया, जिसके कारण उनके बीच झगड़े होने लगे. पुलिस ने कहा कि मार्च या अप्रैल के आसपास पूनम को पता चला कि दास ने अपनी तलाकशुदा बेटी और दीपक की पत्नी के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की थी.
एक रात शराब पिलाकर किया मर्डर
जांच के दौरान, दीपक ने कहा कि 2018 में उसकी शादी के बाद, उसने और उसकी पत्नी ने पड़ोस में एक फ्लैट किराए पर लिया था. दीपक और पूनम ने कहा कि वह गलत इरादे से घर की दूसरी महिलाओं को देखता था और उनके पैसे भी लेता था. फिर अप्रैल में मां-बेटे की जोड़ी ने अंजन दास को मारने की योजना बनाई और 30 मई को उन्होंने उसे नींद की गोलियां मिलाकर शराब पिलाई. पुलिस ने कहा कि उन्होंने उसकी गर्दन, छाती और पेट में खंजर और चाकू से वार किया.
मां-बेटे ने अगले दिन उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. उन्होंने सोचा कि किसी को हत्या का पता नहीं चलेगा क्योंकि दास का दूसरा परिवार बिहार में बहुत दूर था और इसलिए, अधिकारियों से संपर्क नहीं करेगा. पुलिस के मुताबिक पहचान छिपाने के लिए शव के टुकड़े किए गए थे. दीपक ने पुलिस को बताया कि हत्या की रात उसने अपनी बहन को अपनी पत्नी के साथ सोने के लिए कहा था और उसकी पत्नी को उसके और उसकी मां द्वारा रची गई योजना या घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
शव के अन्य टुकड़े बरामद करने में जुटी पुलिस
सोमवार को पुलिस कुछ जगहों पर गई. जहां दीपक ने दावा किया कि उसने दास के शरीर के टुकड़े फेंके थे, लेकिन कुछ बरामद नहीं हुआ. एक अधिकारी ने कहा कि अब तक शरीर के 6 हिस्से बरामद किए जा चुके हैं और शेष को बरामद करने की कोशिश की जा रही है.