जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पॉलिटिकल मैनेजर प्रशांत किशोर पर पटना के पाटलिपुत्र थाने में कंटेंट चोरी का केस दर्ज किया गया है. मोतिहारी के रहने वाले शाश्वत गौतम ने एफआईदर्ज कराई है, जिसमें कहा गया कि प्रशांत किशोर ने 'बात बिहार की' अभियान के लिए उसके कंटेंट का इस्तेमाल अपने वेबसाइट पर किया.
शाश्वत गौतम का कहना है कि इस मामले में ओसामा नाम का एक और युवक शामिल है. शाश्वत का आरोप है कि उसी ने ये कंटेंट प्रशांत किशोर के हवाले कर दिया. धारा 420,406 के तहत मामला दर्ज हुआ है. पटना पुलिस इसकी जांच में जुट गई है, लेकिन इस मामले का सुपरविजन आलाअधिकारियों करेंगे. उसके बाद ही कोई कार्रवाई होगी.
क्या है 'बात बिहार की' कैंपेन
पिछले दिनों प्रशांत किशोर ने पूरे बिहार में एक अभियान की शुरुआत की थी. प्रशांत किशोर ने कहा था, '20 फरवरी से मैं एक नया कार्यक्रम 'बात बिहार की' शुरू करने जा रहा हूं. मैं किसी गठबंधन या किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ने जा रहा. मैं ऐसे लोगों को जोड़ना चाहता हूं, जो बिहार को अग्रणी राज्यों की दौड़ में शामिल करना चाहते हैं. जब तक जीवित हूं बिहार के लिए पूरी तरह समर्पित हूं, मैं कहीं नहीं जाने वाला हूं. मैं आखिरी सांस तक बिहार के लिए लड़ूंगा.'
नीतीश कुमार मेरे पितातुल्य
जेडीयू से निकाले जाने के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था, 'नीतीश जी से मेरा संबंध विशुद्घ राजनीतिक नहीं रहा है. 2015 में जब हम मिले, उसके बाद से नीतीश जी ने मुझे बेटे की तरह ही रखा है. जब साथ नहीं थे तब भी उन्होंने मुझे बेटे जैसा ही व्यवहार किया. जब मैं दल में था तब भी और नहीं था तब भी. नीतीश कुमार मेरे पितातुल्य ही हैं. उन्होंने जो भी फैसला किया, मैं सहृदय स्वीकार करता हूं.'
एक करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य
प्रशांत किशोर का 'बात बिहार की' अभियान बिहार में लांच होते ही पहले ही दिन हिट हो गया था. पहले दिन इस कार्यक्रम से जुड़ने वाले लोगों की संख्या तीन लाख 32 हजार को पार कर गई थी. यह पूरा अभियान तीन महीने तक चलेगा. इस दौरान एक करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.