रविवार आधी रात को मनोज तिवारी के नॉर्थ एवन्यू स्थित घर के बाहर कुछ लोगों ने उनके स्टाफ के साथ मार-पिटाई की और उसके बाद घर में घुसे, जिसको लेकर बवाल मच गया है. इस बारे में पुलिस के वर्जन पर मनोज तिवारी का कहना है कि पुलिस ने पूरी बात कही है. पुलिस ने कहा है कि 10- 12 लोग घर के अंदर घुस आए, बेड रूम में जाने की कोशिश की. यह पुलिस का वर्जन है कि उन लोगों ने घर के अंदर जाने की कोशिश की है.
उन्होंने कहा, 'पुलिस ने जो पहले कहा कि हमारी गाड़ी से उनकी गाड़ी टकराई है, जिसमें किसी को नुकसान नहीं हुआ है, यह रोड रेज की घटना हो सकती है, लेकिन रोड रेज की घटना का बहाना लेकर हाथों में रॉड लेकर के घर में घुसकर हमला करना यह कहते हुए कि 'मनोज तिवारी बाहर निकलो', यह गंभीर मामला है. पुलिस ने पूरे पक्ष को सामने रखा है. यह तो पुलिस को जांच करना है कि कौन हो सकते हैं.'
मनोज तिवारी ने कहा, 'पुलिस भी इस घटना को लेकर स्तब्ध है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी फोन पर बात की है और जानकारी ली है पूरी घटना की. उन्होंने कहा कि, 'जो पकड़े गए हैं. उनसे पूछताछ हो. मैं समझता हूं कि रोड रेज की घटना के बाद ट्रक से लोगों का आना. रॉड लेकर घर में घुसकर एक-एक कमरे में ढूंढ़ना. यह बड़े अपराधियों का काम था. छोटे-मोटे लोगों का काम नहीं है. पुलिस स्टेशन की बगल में ऐसा दुस्साहस किया गया. पुलिस ने इसे बड़ी गंभीरता से लिया है. इसमें दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा.'
पुलिस और मेरे बयानों में कोई अंतर नहीं
पुलिस के साथ बयानों में अंतर पर मनोज तिवारी का कहना है कि पुलिस और मेरे बयानों में कोई अंतर नहीं है. उन्होंने कहा, 'इस घटना में कौन लोग शामिल हैं, मैं नहीं जानता. उनको
गिरफ्तार कर लिया गया है, उनसे पूछताछ होगी. मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी व्यक्तिगत. पुलिस से भी मेरी लगातार बातचीत हो रही है.'