नोटबंदी के एक महीने से ऊपर होने के बाद आरएसएस के आर गुरुमूर्ति का बयान कि कुछ समय में 2 हजार का नया नोट भी फेज आउट हो जाएगा, बाजार में अनिश्चितता का माहौल पैदा कर सकता है. पहले से ठंडे पड़े बाजार में दुकानदार अपनी 60 से 70 फीसदी दुकानदारी खो चुके हैं और आए दिन घोषणाएं उन्हें बिक्री और कम होने की आशंका से ग्रसित कर रही हैं.
खान मार्केट में गहनों की दुकान चलाने वाली पल्लवी कहती हैं कि पहले लोग आर्टिफिसियल ज्वेलरी 20 से 40 हजार की खरीद लेते थे, लेकिन अब पूरा दिन इंतजार करने पर 2-4 ग्राहक ही आते हैं. खान मार्केट बेहद मंहगी जगह है और ऐसे में दुकानदारों का किराया निकलना भी मुश्किल हो रहा है. लोगों के पास जरूरी चीजों के लिए ही पैसे नहीं है. लिहाजा खान मार्केट की ज्यादातर दुकानें खाली ही रह रही हैं.
हाल ही में आरएसएस के गुरुमूर्ति के 2 हजार के नोटबंदी पर दिए गए बयान से आम लोग खुश और संतुष्ट दिखे. लोगों का मानना है कि अगर बड़े नोट बंद होंगे, तो काले धन पर भी बड़े पैमाने पर लगाम लगाना सरकार के लिए आसान होगा, साथ ही 2 हजार का बड़ा नोट अगर भविष्य में सरकार बंद करेगी, तो इससे कैशलेस इकॉनमी को अपने आप ही बढ़ावा मिलेगा.
दो घंटे से पैसा निकलवाने के लिए बैंक की लंबी लाइन में खड़े कौशल मानते हैं कि आज की कुछ परेशानी कल की बड़ी सहुलियत के लिए सही जा सकती है. सरकार देश के लिए ये कदम उठा रही है, लिहाजा अगर हम लोग ही सरकार के साथ सहयोग नहीं करेंगे, तो फिर देश कैसे बदलेगा.
नोटबंदी के एक महीने बाद भी लाइनों में खड़े आम लोग सरकार के साथ खड़े दिख रहे हैं. सरकार को भी इस तरह का आम लोगों का समर्थन काले धन को खत्म करने के लिए मिलना बेहद जरूरी है. लेकिन साथ ही सरकार को कुछ ऐसे कदम भी उठाने होंगे, जिससे सुस्त पड़े बाजारों में लोग खरीददारी के लिए प्रोत्साहित हों.