पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम सोमवार मध्यरात्रि से 3.05 रुपये लीटर घटा दिये, जबकि डीजल के दाम 50 पैसे लीटर बढ़ा दिये.
पेट्रोल के दाम में पिछले पांच महीने में यह पहली कटौती और पिछले पांच साल में सबसे बड़ी कटौती की गई है. हालांकि, डीजल के दाम में नुकसान को कम करने के लिये हर महीने की जाने वाली छोटी-छोटी वृद्धि के तहत 50 पैसे बढ़ा दिये गये.
पेट्रोल और डीजल के दाम में की गई इस घट-बढ़ में राज्यों में लगने वाला मूल्यवर्धित कर (वैट) अलग से शामिल होगा.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले एक पखवाड़े के दौरान पेट्रोल के दाम घटने और डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति में सुधार आने से पेट्रोल के दाम घटाये गये हैं.
दिल्ली में पेट्रोल का दाम वैट सहित 3.66 रुपये कम होकर 72.40 रुपये लीटर रह जायेगा, जबकि मुंबई में यह 83.63 रुपये से घटकर 79.49 रुपये लीटर होगा.
पेट्रोल के दाम में मई के बाद यह पहली कटौती है. 1 मई, 2013 को इसके दाम 3 रुपये लीटर घटाये गये थे. जून के बाद से पेट्रोल के दाम कुल मिलाकर 10.80 रुपये लीटर बढ़ाये जा चुके हैं, वैट को मिलाकर कुल 13.06 रुपये की वृद्धि इसमें हुई है.
डीजल का दाम दिल्ली में 57 पैसे बढ़कर 52.54 रुपये लीटर हो गया. मुंबई में यह 59.46 रुपये होगा. जनवरी के बाद से डीजल के दाम में यह नौंवी वृद्धि की गई है. इस साल डीजल के दाम में अब तक 5.39 रपये लीटर वृद्धि हो चुकी है.
इस दौरान डीजल में जितनी वृद्धि हुई उससे डीजल बिक्री पर होने वाला नुकसान समाप्त हो जाना चाहिये था, लेकिन रुपये की विनिमय दर में आई भारी गिरावट और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने से नुकसान और बढ़ गया. डीजल पर नुकसान बढ़कर 14.50 रपये लीटर तक पहुंच गया, हालांकि, हाल के दिनों में रुपये की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम घटने से डीजल का नुकसान कम होकर 10.52 रपये प्रति लीटर रह गया.
तेल कंपनियों ने इसके साथ ही बिना सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में भी संशोधन किया है. दिल्ली में बाजार मूल्य पर मिलने वाले घरेलू सिलेंडर का दाम 71.50 रपये बढ़कर 1,004 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया.
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने कहा है, ‘पिछले एक पखवाड़े के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल के दाम 117 डॉलर से घटकर 113 डॉलर प्रति बैरल रह जाने और डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 66 से सुधरकर 63 रुपये हो जाने से पेट्रोल के दाम में कटौती संभव हुई है.’
कंपनी ने कहा है, ‘इन दोनों कारणों से पेट्रोल के दाम में गिरावट लाना संभव हुआ है और यह लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जा रहा है.’ कंपनियों के अनुसार, डीजल के दाम में ताजा वृद्धि के बावजूद 10.52 रुपये लीटर का नुकसान हो रहा है. मिट्टी तेल पर कंपनियों को 38.32 रुपये लीटर और 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर पर 532.50 रुपये प्रति सिलेंडर का नुकसान हो रहा है.
चालू वित्त वर्ष के दौरान इंडियन ऑयल कारपोरेशन को पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री पर कुल 73,500 करोड़ और तीनों कंपनियों को (हिन्दुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम सहित) 1,40,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है.