कुछ विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत का उत्साह होगा और कुछ गैर राजनीतिक मंच का तकाजा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स के दीक्षांत समारोह में बेहद हल्के मूड में नजर आए. डॉक्टरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कई बातें मजाकिया लहजे में कहीं. उन्होंने वहां के माहौल पर सवाल पूछा तो हर कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को बुलाने पर भी तंज कस दिया.
प्रधानमंत्री के तंजो लतीफ
1. मैं कभी अच्छा स्टूडेंट नहीं रहा. न ही कभी अवॉर्ड नहीं मिला] इसलिए ज्यादा बारीकियां नहीं पता हैं. छात्र जब एग्जाम देता है, तो खाना भी नहीं जमता. बड़े तनाव में रहता है. मगर आज तो आप उन सबसे पार आ पहुंचे हैं, तो फिर आप इतने गंभीर क्यों हैं?
2. मैं कब से देख रहा था. क्या कारण है. क्या मिश्रा जी, क्या कारण है?
3. आप अक्सर मरीज से कहते हैं कि ये खाना चाहिए, ये नहीं खाना चाहिए. मगर जैसे ही मेस में पहुंचे तो स्पर्धा लगी होगी. देखते हैं आज कौन कितने स्पेशल डिश निपटाता है. यही तो जिंदगी है दोस्तों.
4. आपके बीच आने का अवसर मिला. जाने क्यों मिला. न अच्छा पेशंट हूं. भगवान न करें कभी बनूं. डॉक्टर तो मैं हूं ही नहीं. इसलिए बुलाया कि पीएम हूं. देश का दुर्भाग्य है कि हम लोग सब जगह चलते हैं. पढ़ें: डॉक्टरों के लिए मोदी के 10 नुस्खे